Morning Mantra: आजकल लोग सबसे ज्यादा स्ट्रेस से बीमार हो रहे हैं। असल में शरीर में होने वाली ज्यादतर बीमारियों की जड़ है ये। जितना ज्यादा हम सोचते हैं उतने ही विचार हमारे मन को परेशान करते हैं। हमें उतनी ही ज्यादा एंग्जायटी होती है और हम समय के साथ ओवरथिंकर बन जाते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि हम अपने विचारों पर कंट्रोल करें और थोड़ा सोचना कम कर दें। साथ ही जरूरी है कि हम अपनी एंग्जायटी पर काम करें क्योंकि यही है जिसकी वजह से हमें नींद नहीं आती, हार्मोनल हेल्थ खराब रहता है और हम मोटापा, पेट और दूसरी बीमारियों के शिकार होने लगते हैं। तो, आइए जानते हैं नंगे पैर सुबह-सुबह घास पर चलने के फायदे (benefits of walking barefoot on wet grass)

सुबह-सुबह घास पर चलने के फायदे-benefits of walking barefoot on grass in the morning

सुबह जब आप नंगे पांव हरी घास पर चलते हैं तो ये स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है। दरअसल, घास का हरा रंग दिमाग को शांत करता है और स्ट्रेस को कम करता है। जब आप इस पर चलते हैं तो इससे एंडोर्फिन (endorphins) जिसे feel-good hormones कहते हैं, ये बढ़ता है और इससे स्ट्रेस कम करने में मदद मिलती है।

नकारात्मकता को दूर करता है

जब आप घास पर नंगे पैर चलते हैं, तो पृथ्वी की सतह के इलेक्ट्रॉन आपके शरीर में स्थानांतरित होते हैं और आपके शरीर से नकारात्मक चार्ज इलेक्ट्रॉन पृथ्वी द्वारा अवशोषित या निष्क्रिय हो जाते हैं। इससे आपके नेगेटिविटी कम होती है।

नींद में सहायक

घास पर अच्छी सैर आपके शरीर की सर्कैडियन लय को स्थिर करती है जिससे आपको रात में बेहतर नींद आती है। साथ ही अर्थिंग शरीर में हार्मोन्स को संतुलित करने में भी मदद करती है जिससे आप हेल्दी रहते हैं।

सुबह नंगे पांव घास पर कितने बजे, कितनी देर चलें?

आपको सुबह तब वॉक करना चाहिए जब घास पर ओस की बूंद हो। यानी कि गर्मियों में ये समय आपको सुबह 4: 30 से लेकर 6 बजे तक मिल जाएगा। इसी वक्त में आपको लगभग 30 मिनट हरी घास पर नंगे पांव चलना है। मन हो तो आप इससे ज्यादा भी चल सकते हैं। लेकिन, इतना भी चलना आपके लिए काफी होगा। तो, गर्मियों की सुबह उठकर घास पर जरूर चलें।