आपके बाल आपकी सेहत का हाल भी बताते हैं। बालों का झड़ना, सफेद होना, पतला होना आदि ऐसे लक्षण हैं जिनसे आप अपनी सेहत के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि हमारे बालों की अवस्था और सेहत दोनों एक-दूसरे से बड़े पैमाने पर जुड़े हुए हैं। हमारे बालों का माइक्रोसर्क्युलेशन हार्मोन्स के संतुलन और शरीर को मिलने वाले पोषण पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं कि बालों से मिलने वाले किस तरह के संकेत हमारे सेहत के बारे में क्या बताते हैं।

बालों का टूटना – हमारे बाल केरोटिन और प्रोटीन से मिलकर बने होते हैं। ऐसे में जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो बाल टूटना शुरू हो जाता है। इसके अलावा थॉयराइड की समस्या होने पर भी बाल टूटते हैं। इस स्थिति में थॉयराइड की जांच जरूर करवाएं और अपनी डाइट में भी प्रोटीन का मात्रा बढ़ा लें।

सफेद बाल – असमय बालों का सफेद होना कई समस्याओं की ओर इशारा करता है। तनाव, चिंता और हार्मोन्स में असंतुलन की वजह से भी बाल सफेद होते हैं। ऐसे में नियमित रूप से पौष्टिक भोजन करें और तनावमुक्त रहने की कोशिश करें। बालों के सफेद होने को अनिद्रा और पाचन संबंधी समस्याओं से जोड़कर भी देखा जाता है।

गंजापन – गंजेपन की समस्या तकरीबन एक तिहाई पुरुषों में देखी जाती है। यह वंशानुगत भी होती है। साथ ही किसी बीमारी की वजह से भी ऐसा हो सकता है। डॉक्टरी भाषा में इसे एंड्रोजेनेटिक एलोपिसिया के नाम से जाना जाता है। यह ऑटोइम्यून बीमारी है जिसके कारण शरीर पर सिर पर पैचेज और हेयर लॉस की समस्या हो जाती है।

सिर पर चकत्ते होना – सोराईसिस के कारण ऐसा हो सकता है। ऐसे में यदि सिर की त्‍वचा पर स्‍कैल्‍प हो रहे हों, तो इसे इग्‍नोर न करें। क्रोहन नाम की बीमारी में भी रूसी जैसी परत बनती है। आप अपने बालों का ध्‍यान रखें, रूसी के लिए घरेलू उपाय अपनाएं, अगर आराम न मिलें तो डॉक्‍टर से सम्‍पर्क करें।