क्या आपको जल्दी ही बच्चा होने वाला है! प्रत्येक महिला के लिए सबसे मुश्किल समय होता है। मातृत्व पृथ्वी पर सबसे बड़ी खुशियों में है। गर्भावस्था की अवधि गुजरने के साथ-साथ महिला की दुनिया बदलने लगती है। जब शिशु का जन्म होता है तो एक मां का भी जन्म होता है। बच्चे को बड़ा करने का समय चुनौतीपूर्ण होता है और मांएं पूरे समय के दौरान बेहद जिम्मेदार तथा चिन्तित रहती हैं। प्रेग्नेंसी का शुरुआती समय महिला के लिए मुश्किल होता है। गर्भवती महिला के अंदर एक और जान होती है तथा उसे अपने साथ-साथ गर्भस्थ शिशु का भी ख्याल रखना होता है। भावी मांओं को डॉक्टर गर्भावस्था के दौरान और फिर स्तनपान के दिनों में पूरे समय पौष्टिक भोजन लेने की सलाह दी जाती है।

नवजात शिशु के लिए भोजन का सवर्श्रेष्ठ स्रोत मां का दूध होता है। इसलिए ऐसी मांओं को स्वास्थ्यकर और पौष्टिक भोजन की आवश्यकता होती है। स्तनपान के दौरान खाने की स्वास्थ्यकर चीजों के सेवन की आदत से आप के साथ-साथ आपका बच्चा भी स्वस्थ रहेगा। मांओं को आयरन, पोटाशियम, कैल्शियम, विटामिन ए और डी से समृद्ध भोजन करना चाहिए। खाने की स्वास्थ्यकर आदतों का मतलब यह नहीं है कि आप कुछ भी खा सकती हैं। खाने का मन हुआ या अच्छा लगा खा लिया। यहां, हम आपको खाद्य और पेय पदार्थों की एक सूची देंगे। स्तनपान के दौरान आपको इससे दूर रहना होगा…

डेरी उत्पाद: डेरी उत्पाद प्रोटीन और वसा के समृद्ध स्रोत हैं। पर स्तनपान कराने वाली मांओं के जरिए बच्चों के लिए ठीक नहीं हैं। अगर आप डेरी उत्पाद लेंगी तो नर्सिंग के बाद आपका बच्चा ऊधम मचा सकता है। आपके बच्चे को एक्जिमा या त्वचा से संबंधित दूसरी परेशानी हो सकती है।  उसे सोने में भी समस्या हो सकती है। ऐसे में बच्चे को स्तनपान कराने तक अपने भोजन से डेरी उत्पादों को खत्म कर देना बेहतर रहेगा।

सीफूड: अगर मछली या अन्य सीफूड आपका पसंदीदा भोजन है तो आपको अपने बच्चे के लिए स्वाद पर नियंत्रण रखना होगा। कुछ सीफूड में मरकरी ज्यादा होता है। यह दूध में पहुंच सकता है। मरकरी शरीर में जमा होने से खतरनाक स्तर तक बढ़ जाता है। मरकरी का स्तर ज्यादा हो तो नर्विस सिस्टम को प्रभावित करता है और न्यूरोलॉजिकल (स्नायु-विज्ञान विषयक) खराबियों का कारण बन सकता है। अगर समुद्री भोजन बहुत पसंद हो तो अपने बालरोग विशेषज्ञ या डायटीशियन से सलाह कर लें।

एनिमल फैट स्टोर पेस्टीसाइड : अगर आप मांस की शौकीन हैं तो आपको एनिमल फैट स्टोर पेस्टीसाइड्स और अन्य रसायनों के बारे में जानना चाहिए। रसायनों के साथ मुर्गा या मांस खाना आपके बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। ऑर्गेनिक मीट मिलना नहीं है इसलिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प यह है कि इसके सेवन से बचा जाए।

खट्टे फल: स्तनपान कराने वाली मांओं को खट्टे फल खाने से बचना चाहिए क्योंकि शिशु का जीआई ट्रैक्ट परिपक्व नहीं होता है। खट्टे फलों में मौजूद यौगिकों से बच्चा ऊधम मचा सकता है, उल्टी कर सकता है और उसमें डायपर रैश भी देखा जा सकता है।

कैफीन न लें : बहुत सारी युवतियों को कैफीन लेने की आदत होती है। आपके शरीर के लिए कैफीन ठीक है पर आपके बच्चे के लिए अच्छा नहीं है। संभव है आपके बच्चे का सिस्टम कैफीन को प्रोसस न कर पाए और इससे स्वास्थ्य से संबंधित कोई जटिलता खड़ी हो जाए।

पुदीने से दूध की आपूर्ति कम होगी : पुदीने से दूध की आपूर्ति कम हो सकती है। दूध की मात्रा कम होने से आपका बच्चा भूखा रह सकता है। इसलिए बेहतर हो कि इससे तब तक बचा जाए जब तक बच्चा स्तनपान करता है।

चॉकलेट सीमित कीजिए : तकरीबन हर कोई चॉकलेट पसंद करता है। पर स्तनपान के दौरान चॉकलेट आपके बच्चे के लिए नुकसानदेह हो सकता है। चॉकलेट खाने वाली ऐसी मांओं ने अपने बच्चे पर लैक्सेटिव के प्रभाव की सूचना दी है। इसलिए आपको चॉकलेट को कुछ साल के लिए हटा देना चाहिए।

शराब पीना खतरनाक : निश्चित रूप से मांओं के लिए शराब किसी भी रूप में ठीक नहीं है। वयस्कों में शराब को मेटाबोलाइज करने में 1-2 घंटे लगते हैं। इस समय के दौरान बच्चे को स्तनपान कराना जोखिम हो सकता है।

लहसुन: लहसुन खाने से इसकी महक दूध में पहुंच सकती है और इसके बाद मुमकिन है इसका इच्छुक न रहे या विरोध करे। इसलिए स्तनपान कराने से पहले सुनिश्चित कीजिए कि लहसुन मिली कोई भी खाने की चीज न काएं।

गेहूं से थोड़ी दूरी : गेहूं के उत्पाद में ग्लुटेन होता है। इससे पेट में तकलीफ हो सकती और है और बच्चा ऊधम मचा सकता है। आपके बच्चे के पैखाने में खून आ सकता है। इसलिए, ऐसी महिलाओं के आहार से गेहूं के उत्पादों को निकाल देने की सलाह दी जाती है।

ऊपर बताई गई खाने और पीने की सभी चीजों के अलावा आपको प्रसंस्कृत खाद्यपदार्थों में मिलाई गई चीजों की सूची भी जांचनी चाहिए। प्रसंस्कृत खाद्यपदार्थों के सेवन का प्रतिकूल असर हो सकता है। कुछ नई माएं मसाले, स्ट्रॉबेरी, गैस बनाने वाली सब्जियों जैसे प्याज, गोभी, ब्रॉकली आदि से भी ऐसे असर की शिकायत करती हैं। इसलिए, बेहतर हो कि आप ऐसी सब्जियों से बचें जो आपके लिए अच्छी नहीं है और स्तनपान कराने के दौरान आपके बच्चे के लिए भी ठीक है ।

गर्भावस्था में क्या करें क्या नहीं: बेहतर होगा अगर आप गर्भाव्स्था में क्या करें और क्या नहीं, जानने के लिए किसी प्रमाणित शिशु रोग विशेषज्ञ या न्यूट्रीशनिस्ट से सलाह लें। इससे आप यह अच्छी तरह तय कर पाएंगी कि गर्भावस्था और स्तनपान क के दौरान क्या करें क्या नहीं।

नर्सिंग देखभाल करने की सामान्य कला है। दुनिया भर के लोग हर साल एक अगस्त से 7 अगस्त तक वर्ल्ड ब्रेस्ट फीडिंग वीक मनाते हैं। यह भावी मांओं को स्तनपान कराने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सतकाम दिव्या, क्लिनिक ऐप्प की सीईओ हैं।