यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन है जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं। यूरिक एसिड जिस तरह बनते हैं वैसे ही किडनी उसे फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। यूरिक एसिड का बनना परेशानी की बात नहीं है उसका बॉडी से बाहर नहीं निकलना बॉडी को बीमार बना देता है। यूरिक एसिड बढ़ने से वो बॉडी में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है और गाउट का कारण बनता है।

गाउट यानि गाठिया ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर उसके लक्षण बॉडी में दिखना शुरू हो जाते है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सही समय में यूरिक एसिड का इलाज न करवाने से किडनी और लिवर काम करना बंद कर सकता है। इसके अलावा यूरिक एसिड बढ़ने से हार्ट अटैक जैसी समस्याएं भी हो सकती है।

यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे बड़ा कारण प्यूरिन से भरपूर डाइट और खराब लाइफस्टाइल है। डाइट में प्यूरिन से भरपूर फूड का सेवन करने से यूरिक एसिड तेजी से बनने लगता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कुछ हर्ब्स बेहद असरदार साबित होते हैं। तुलसी भी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो हम सब के घर में मौजूद है। तुलसी के पत्तों का अगर रोजाना सेवन किया जाए तो आसानी से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि तुलसी का सेवन करने से कैसे यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है।

तुलसी कैसे यूरिक एसिड कंट्रोल करती है:

औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी का सेवन करने से सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं। तुलसी का सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। अलसोलिक एसिड, यूजेनॉल और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर तुलसी बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होती है।

तुलसी के सेहत के लिए फायदे:

तुलसी का इस्तेमाल करने से सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचते हैं। विटामिन ए, विटामिन डी, आयरन, फाइबर से भरपूर तुलसी पाचन को दुरुस्त करती है और बॉडी को हेल्दी रखती है। तुलसी का सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग रहती है। तुलसी का सेवन करके कई बीमारियों का उपचार किया जा सकता है। ये सर्दी-खांसी का बेहतरीन इलाज है। इसमें स्किन और बालों को हेल्दी बनाने के गुण मौजूद है। रोजाना तुलसी खाने से किडनी स्टोन से भी बचाव किया जा सकता है। तनाव और थकान को दूर करने में तुलसी बेहद असरदार है।

यूरिक एसिड के मरीज तुलसी का कैसे करें सेवन

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले तुलसी की पत्तियों को तोड़े और उन्हें अच्छे से वॉश कर लें। इन पत्तियों के बीच में काली मिर्च का पाउडर और थोड़ा सा देसी घी रखें और उसे खाएं। इस तरह तुलसी की पत्तियों का सेवन करके यूरिक एसिड को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।