उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी यूपी का रुख किया था और ओम प्रकाश राजभर के साथ नज़र आए थे। असदुद्दीन ने पहले ही घोषणा करदी थी कि उनकी पार्टी यूपी में चुनाव लड़ेगी। ओवैसी परिवार का राजनैतिक इतिहास भी काफी चर्चा में रहा है। पार्टी का हैदराबाद में एक तरफा राज है। उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।

कौन हैं अकबरुद्दीन ओवैसी? अकबरुद्दीन का जन्म साल 1970 में हैदराबाद में हुआ था। उनके दादा और पिता भी राजनीति में काफी सक्रिय थे। देखते ही देखते उनकी पार्टी इस पूरे इलाके की सबसे बड़ी पार्टियों में से एक बन गई थी। हैदराबाद में ‘ओवैसी अस्पताल’ भी है, जिसके एमडी अकबरुद्दीन ही हैं। उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। लेकिन एक समय ऐसा भी आया था जब अकबरुद्दीन से उनके पिता काफी नाराज़ हो गए थे।

कौन है अकबरुद्दीन की पत्नी? दरअसल इसके पीछे की मुख्य वजह थी उनकी शादी। अकबरुद्दीन के पिता चाहते थे कि वह एक मुस्लिम महिला से शादी करें, लेकिन उन्होंने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर एक ईसाई लड़की से शादी कर ली थी। उनकी पत्नी का नाम है सबीना। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के मुताबिक, सबीना और अकबरुद्दीन की शादी की बात से उनके पिता को बहुत नाराज़गी हुई और उन्होंने अकबरुद्दीन से बात तक करना बंद कर दिया था।

अकबरुद्दीन और सबीना की शादी साल 1995 में हुई थी। इसके 3 साल बाद जाकर कहीं उनके पिता का गुस्सा शांत हुआ। पिता ने उन्हें घर बुलाया। दरअसल इस दौरान उनके पिता की सेहत लगातार गिरती जा रही थी और वह अकबरुद्दीन से मिलना चाहते थे। बाद में अकबरुद्दीन को पिता के कहने पर पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी दी गई। साल 1999 में उन्होंने चंद्रयांगुत्ता से विधानसभा चुनाव लड़ा और एक तरफ जीत हासिल कर असेंबली पहुंचे थे। सबीना का नाम बदलकर ‘सबीना फरज़ाना’ रखा गया था। दोनों के तीन बच्चे हैं।