गर्मी में पसीने की चिपचिपाहट की वजह से कई बार लोगों को शरीर में अलग-अलग जगहों पर खुजली की दिक्कत होने लगती है। वहीं बारिश के दिनों फंगल इंफेक्शन की वजह से भी कई लोगों को खुजली बहुत परेशान करती है। वहीं कई बार किसी कीडे के काटने की वजह से भी ये दिक्कत होने लगती है।
कभी गर्दन तो कभी कमर तो कभी हाथ-पैर में एलर्जिक रिएक्शन की वजह से भी खुजलाहट महसूस होती है। ऐसे में अगर आप भी इन समस्याओं से परेशान हैं और दवा खाने के बाद भी खुजली पीछा नहीं छोड़ रही है तो आपको कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर देखना चाहिए। आचार्य बालकृष्ण से जानते हैं खुजली के उपचारों के बारे में।
खुजली होने पर अपनाएं ये देसी नुस्खे (khujli ke gharelu upay)
आयुर्वेदीय उपचार शरीर के दोषों को संतुलित कर रोगों को शांत करता है। ऐसे में खुजली होने पर आपको कुछ देसी नुस्खे अपनाने चाहिए।
एलोवेरा
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक खुजली से निजात पाने के लिए सुबह खाली पेट करीब 20 मिली लीटर एलोवेरा जूस पीना चाहिए। वहीं जिस जगह पर खुजली होती है वहां आप एलोवेरा का गूदा लगा सकते हैं।
गिलोय
खुजली से राहत पाने के लिए आप सुबह-शाम गिलोय के रस का सेवन कर सकते हैं। इससे कई तरह की त्वचा विकारों में राहत मिलती है।
दशांग जड़ी-बूटी
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि खुजली से प्रभावित जगह पर आप दशांग जड़ी-बूटी लगा सकते हैं। इससे आपको राहत महसूस होगी।