क्या आप शरीर में दर्द, जोड़ों के दर्द या मांसपेशियों में ऐंठन महसूस कर रहे हैं तो आपको अपनी डाइट पर ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि ये सभी परेशानियां शरीर में यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर का संकेत हो सकती हैं। यूरिक एसिड बॉडी में पनपने वाले टॉक्सिन है जो सबकी बॉडी में बनते हैं। इन टॉक्सिन को किडनी बॉडी से फिल्टर करके आसानी से यूरिन के जरिए बाहर निकाल देती है। यूरिक एसिड का बनना परेशानी की बात नहीं है लेकिन इसका बॉडी से बाहर नहीं निकलना परेशानी की बात है।
यूरिक एसिड बढ़ने का कारण: Causes of High Uric Acid Level
यूरिक एसिड ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। बिगड़ता लाइफस्टाइल, खराब खान-पान और अधिक तनाव यूरिक एसिड को बढ़ाने में जिम्मेदार है। यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी, दिल और लीवर का फंक्शन प्रभावित होता है। यूरिक एसिड बढ़ने से बॉडी की मांसपेशियों, पैरों और हाथों के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है।
रक्तप्रवाह में बहुत अधिक यूरिक एसिड हाइपरयूरिसीमिया जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है जो किडनी स्टोन, गाठिया और गाउट का कारण बन सकता है। बढ़े हुए यूरिक एसिड से होने वाले नुकसान से बचना चाहते हैं तो कुछ सरल घरेलू ड्रिंक्स का सेवन करें। कुछ लिक्विड जूस शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ जूस के बारे में जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करते हैं।
अदरक की चाय पीएं:
यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल करना चाहते हैं तो अदरक की चाय पीजिए। अदरक के एंटीसेप्टिक, एंटी इंफ्लामेटरी गुण यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार होते हैं। इसके अलावा, अदरक में एंटीऑक्सिडेंट और खनिज मौजूद होते हैं जो सूजन, जोड़ों के दर्द और शरीर के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
खीरे का जूस पीएं:
खीरे के जूस को नींबू के साथ पीने से लीवर, किडनी को डिटॉक्सीफाई करने में मदद मिलती है। ये जूस ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर कम करते हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम और फास्फोरस किडनी को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। इस जूस का सेवन करने से किडनी को काम करने में आसानी होती है। किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है।
गाजर का जूस पीएं:
एक चुटकी नींबू के रस के साथ ताजा गाजर का जूस पीने से बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। गाजर के जूस में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ए, फाइबर, बीटा कैरोटीन, खनिज होते हैं जो कि बढ़े हुए यूरिक एसिड के कारण होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करते हैं। जूस के साथ नींबू का सेवन करने से इस जूस के फायदे दोगुने हो जाते हैं। एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर नींबू इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है और सेल्स को रिजनरेट करने में मदद करता है।