सुप्रीम कोर्ट में महिला डॉक्टर ने एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें यह अपील की गई थी कि याचिकाकर्ता का व्हाट्सएप अकाउंट अनब्लॉक किया जाए। याचिका में यह दावा किया गया था कि उसके अकाउंट का ब्लॉक होना उसके अधिकारों का हनन है। मामले की सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को सुझाव दिया कि वह व्हाट्सएप की जगह ‘Arattai’ ऐप का इस्तेमाल करें।

व्हाट्सएप ब्लॉक होने पर क्या बोला सुप्रीम कोर्ट?

वरिष्ठ अधिवक्ता महालक्ष्मी भवानी, याचिकाकर्ता रमन कुंद्रा के लिए पेश हुई थीं। 10 अक्टूबर को जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच के सामने अपनी बात रखते हुए उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप ने 13 सितंबर को इस साल उनकी क्लाइंट का अकाउंट ब्लॉक कर दिया था। जब व्हाट्सएप से अकाउंट की स्थिति पर सवाल किया गया, तो उन्हें सिर्फ इतना बताया गया कि अकाउंट आगे भी ब्लॉक रहेगा।

इस पर जस्टिस मेहता ने कहा, “व्हाट्सएप का एक्सेस आपको मिलना फंडामेंटल राइट कैसे हो सकता है? कई अन्य कम्युनिकेशन ऐप्स उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए, आप ‘Arattai’ ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अरट्टै ऐप क्या है?

अरट्टै एक भारतीय इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है। इस ऐप को जोहो कॉर्पोरेशन द्वारा बनाया गया है। यह WhatsApp जैसी विदेशी कंपनियों के एक विकल्प के तौर पर मौजूद हैं। इस ऐप के जरिए चैटिंग, ऑडियो-वीडियो कॉल, फोटो-वीडियो शेयरिंग, वॉइस नोट्स भेजे जा सकते हैं।

हाल ही में पीएम मोदी ने स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया था। जिसके बाद ऐप की लोकप्रियता ने रफ्तार पकड़ी है। इसका नतीजा यहां हुआ है कि अरट्टै ऐप ने भारत के Apple ऐप स्टोर की सोशल नेटवर्किंग कैटेगरी में नंबर 1 का स्थान हासिल कर लिया है। इसने WhatsApp, signal जैसी ऐप को पीछे छोड़ दिया है।