आज के समय तेजी से बदलते दौर में लोग तरक्की की सीढ़ियां तो चढ़ रहे हैं, लेकिन शिष्टाचार जैसे मूल्यों को भूलते जा रहे हैं। शिष्टाचार केवल सभ्य व्यवहार नहीं, बल्कि सम्मान, विनम्रता और आपसी सद्भाव का प्रतीक है। यह रिश्तों को मजबूत बनाता और जीवन में सम्मान दिलाता है।