जिम्बाब्वे ने 22 अक्टूबर 2025 को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेले गए एकमात्र टेस्ट मैच में अफगानिस्तान को पारी औऱ 73 रन से हरा दिया। क्रेग एर्विन की अगुआई वाली जिम्बाब्वे ने इस जीत के साथ ही कई उपलब्धियां अपने नाम की। जिम्बाब्वे की रनों के अंतर से सबसे बड़ी टेस्ट जीत है।
जिम्बाब्वे की टेस्ट इतिहास में यह पारी से मिली सिर्फ तीसरी जीत है। इससे पहले दो जीतें उसने 1995 में पाकिस्तान के खिलाफ हरारे स्पोर्ट्स क्लब में और 2001 में बांग्लादेश के खिलाफ बुलावायो में हासिल की थीं। जिम्बाब्वे ने अब तक 15 टेस्ट मैच में जीत हासिल की है।
Afghanistan in Zimbabwe, Only Test, 2025
Zimbabwe
359 (103.0)
Afghanistan
127(32.3)& 159(43.0)
Match Ended ( Day 3 – One-off Test )
Zimbabwe beat Afghanistan by an innings and 73 runs
जिम्बाब्वे की 2013 के बाद से घरेलू मैदान पर पहली टेस्ट जीत है। बेन करन प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। जिम्बाब्वे की इस जीत में तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजरबानी और ब्रैड इवांस का भी अहम योगदान रहा। ब्लेसिंग मुजरबानी ने पहली और दूसरी पारी में अफगानिस्तान के 3-3 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई।
गत 20 अक्टूबर को शुरू हुए इस टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उसका यह फैसला सही साबित हुआ और हशमतुल्लाह शाहिदी की अगुआई वाली अफगानिस्तान 32.3 ओवर में महज 127 रन पर ढेर हो गई। अफगानिस्तान के छह बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। जिम्बाब्वे के ब्रैड इवांस ने 9.3 ओवर में सिर्फ 22 रन देकर पांच विकेट चटकाए।
जिम्बाब्वे ने पहली पारी में बेन करन के शानदार शतक की मदद से 103 ओवर में 359 रन बनाए। बेन करन ने 15 चौके की मदद से 256 गेंद में 121 रन बनाए। सिकंदर रजा ने 7 चौके की मदद से 88 गेंद में 65 रन की तेज पारी खेली। हालांकि, निक वेल्च (89 गेंद, 49 रन, 5 चौके) अर्धशतक से चूक गए। अफगानिस्तान के जियाउर रहमान शरीफी ने 32 ओवर में 97 रन देकर सात विकेट चटकाए।
जिम्बाब्वे ने पहली पारी के आधार पर 232 रन की बढ़त बनाई। हालांकि, दूसरी पारी में भी अफगानिस्तान के बल्लेबाज कुछ कमाल नहीं कर पाए। अफगानिस्तान की दूसरी पारी 43 ओवर में 159 रन पर ऑलआउट हो गई। रिचर्ड नगारवा ने 13 ओवर में 37 गेंद में पांच विकेट लिए।
अफगानिस्तान के लिए इब्राहिम जादरान ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए। बाहिर शाह 33 गेंद में 32 रन बनाकर आउट हुए। दूसरी पारी में भी अफगानिस्तान के छह बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए।