Yuvraj Singh Reveals: युवराज सिंह ने इस साल 10 जून को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। तब उन्होंने कहा था कि संन्यास लेने का फैसला कड़ा है। मैदान से विदाई के बारे में सोचा था, लेकिन यह नहीं हो पाया। इसका मुझे मलाल रहेगा। हालांकि, अचानक ऐसा फैसला क्यों लेना पड़ा इस पर उन्होंने कहा था कि वक्त आने पर बताएंगे। अब शायद वह वक्त आ गया है, तभी तो उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान संन्यास लेने के कारण को उजागर किया।

युवराज ने आरोप लगाया, ‘भारतीय टीम प्रबंधन को मेरा अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म कराने की जल्दी थी। खुद को साबित करने के लिए मेरे सामने लगातार नई चुनौतियां रखी जा रहीं थीं।’ युवराज ने अफसोस जताया कि किसी ने भी मुझसे बात नहीं की। टीम की योजनाओं को लेकर किसी ने भी उनसे जानकारी साझा नहीं की।

युवराज ने कहा, ‘मैं 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के 8-9 मैचों में से 2 मुकाबलों में मुझे मैन ऑफ द मैच चुना गया। कभी नहीं सोचा था कि इतनी अच्छी परफॉर्मेंस के बाद मुझे छोड़ दिया जाएगा। मैं चोटिल हो गया। मुझे श्रीलंका सीरीज की तैयारी के लिए कहा गया। फिर अचानक, यो-यो टेस्ट सामने आ गया। मेरे चयन के लिए यह एक यू-टर्न था। मुझे 36 साल की उम्र में अचानक यो-यो टेस्ट देना पड़ा। उसके लिए तैयारी करनी पड़ी। जब मैंने यो-यो टेस्ट पास कर लिया तो मुझसे घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कहा गया।’

युवराज ने कहा, ‘वास्तव में वे सोचते थे कि मैं इस उम्र में यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाऊंगा। तब उन्हें मुझे ना कहना उनके लिए आसान होगा… हां आप कह सकते हैं कि यह सब मुझे बाहर करने के लिए बहाना ढूंढ़ने की कवायद थी।’ युवराज ने यह भी कहा कि जिस खिलाड़ी ने टीम के लिए 17 साल दिए हों, उससे बात करनी चाहिए। कहा जाता है कि वरिष्ठ खिलाड़ी से बात करनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्यवश भारत में ऐसा नहीं होता है। भारत में वरिष्ठ खिलाड़ी जब अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर होता है तो टीम प्रबंधन उसे कभी विश्वास में नहीं लिया जाता है।

उन्होंने कहा, ‘वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान के साथ भी किसी ने बात नहीं की, फिर मैंने तो इन सबसे बहुत कम क्रिकेट खेली है।’ 2011 वर्ल्ड कप के हीरो रहे युवराज सिंह ने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ बेंगुलरु के मैदान पर खेला था। उसमें उन्होंने 27 रन बनाए थे। भारत ने वह मैच 75 रन से जीता था।

युवराज सिंह ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उस वनडे मैच में उन्होंने 39 रन बनाए थे। युवराज ने अपने करियर में 304 वनडे में 8,701 और 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1,177 रन बनाए हैं। हालांकि, वे सिर्फ 40 टेस्ट मैच ही खेल पाए। इसमें उन्होंने 33.92 के औसत से 1900 रन बनाए।