RCB vs MI, 7th Match:मुंबई इंडियंस ने गुरुवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हरा इस सीजन की पहली जीत हासिल की। जसप्रीत बुमराह की डेथ ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी ने आरसीबी के बल्लेबाजों को अंत के ओवरों में रन बनाने का कोई मौका नहीं दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि आरसीबी इस मैच को आसानी से अपने नाम कर लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। आरसीबी की ओर से सबसे अधिक रन एबी डिविलियर्स ने बनाने का काम किया। डिविलियर्स ने 41 गेंदों पर 4 चौकों और 6 छक्कों की मदद से नाबाद 70 रन की पारी खेली लेकिन इसके बावजूद बैंगलोर की टीम 5 विकेट पर 181 रन ही बना सकी। पार्थिव पटेल के आउट होने के बाद मैदान पर आए डिविलियर्स को पहली ही गेंद पर जीवनदान मिला। दरअसल, मयंक मार्कंडेय ने पार्थिव को बोल्ड करके कोहली के साथ उनकी 21 गेंदों पर 40 रन की साझेदारी खत्म की। मार्कंडेय को अगली गेंद पर एबी डिविलियर्स का भी विकेट मिल जाता लेकिन युवराज कैच लेने से चूक गए।

डिविलियर्स ने इसका पूरा फायदा उठाकर 2017 के बाद अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे लसिथ मलिंगा को निशाना बनाया। डिविलियर्स ने मलिंगा की जो पहली 4 गेंदें खेलीं, उन पर 3 छक्के और एक चौका लगाया तथा 31 गेंदों पर अर्द्धशतक पूरा किया। बेंगलोर को अंतिम 4 ओवर में 41 रन चाहिए थे। ऐसे में बुमराह ने 1 ओवर में केवल 1 रन दिया और शिमरोन हेटमायर (5) को आउट किया। इससे बेंगलोर पर दबाव बढ़ गया। डिविलियर्स ने हार्दिक के अगले ओवर में 2 छक्कों की मदद से 18 रन बटोरकर हिसाब बराबर कर दिया।

बुमराह ने अगले ओवर में फिर से 5 रन दिए और कोलिन डि ग्रैंडहोम (2) का विकेट लिया। अब 6 गेंद पर 17 रन चाहिए थे लेकिन लसिथ मलिंगा ने अंतिम ओवर में केवल 10 रन दिए। इस तरह आरसीबी इस मैच को जीतने में नाकाम रहा। वहीं मलिंगा द्वारा फेंकी गई अंतिम गेंद नो बॉल थी, जिसे अंपायर ने नजरअंदाज किया। इस घटना के बाद क्रिकेट दिग्गज और फैंस आरसीबी की हार का जिम्मेदार अंपायर के इस फैसले को ठहरा रहे हैं। (भाषा इनपुट के साथ)