भारतीय युवा मुक्केबाजों ने जोर्डन के अम्मान में जारी एशियाई युवा एवं जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप (Youth And Junior Asian Boxing Championship) में कमाल करते हुए 15 स्वर्ण समेत कुल 39 मेडल जीते। मेडल टैली में भारतीय दल ने तीसरे स्थान पर रहते हुए अपने सफर को समाप्त किया। विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा) और वंशज (63.5 किग्रा) ने पुरुष युवा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के साथ भारत के अभियान का अंत किया।

भारत के युवा मुक्केबाजों ने सात स्वर्ण, तीन रजत और आठ कांस्य पदक सहित 18 पदक जीते जबकि जूनियर टीम ने अपना अभियान आठ स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य से कुल 21 पदक के साथ किया। चेन्नई के मुक्केबाज विश्वनाथ ने किर्गिस्तान के एर्गेशोव बेकजात को सोमवार रात 5-0 से हराया।

सोनीपत के वंश ने उज्बेकिस्तान के जावोखिर उनातालीव को 4-1 से शिकस्त दी। अमन सिंह बिष्ट को हालांकि 92 किग्रा से अधिक वर्ग के फाइनल में स्थानीय मुक्केबाज अल रवाशदेह के खिलाफ 1-4 की हार से रजत पदक से संतोष करना पड़ा। टूर्नामेंट के पिछले सत्र में विश्वनाथ और वंशज ने रजत जबकि अमन ने कांस्य पदक जीता था।

रमन (51 किग्रा), आनंद यादव (54 किग्रा) और दीपक को सेमीफाइनल में हार के साथ कांस्य पदक मिले। भारतीय युवा टीम 18 पदक के साथ पदक तालिका में तीसरे स्थान पर रही। उज्बेकिस्तान और कजाखस्तान क्रमश: 23 और 22 पदक जीतकर पहले दो स्थान पर रहे। युवा महिलाओं में निवेदिता कार्की (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), शाहीन गिल (60 किग्रा), रवीना (63 किग्रा) और मुस्कान (75 किग्रा) ने सोमवार को स्वर्ण पदक जीते।

जूनियर वर्ग में विनी (50 किग्रा), यक्षिका (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा), विधि (57 किग्रा), सृष्टि साठे (63 किग्रा) और रुद्रिका (75 किग्रा) ने लड़कियों के जबकि कृष पाल और यशवर्धन सिंह ने लड़कों के वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। भारतीय जूनियर टीम उज्बेकिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर रही।

भारत ने पिछले सत्र की तरह की कुल 39 पदक जीते लेकिन इस बार पिछले सत्र के 14 के मुकाबले एक अधिक स्वर्ण पदक जीता। टूर्नामेंट में भारत, ईरान, कजाखस्तान, मंगोलिया, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान सहित 21 देशों के 352 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया।

यह हैं टूर्नामेंट के पदक विजेता

युवा (महिला)

स्वर्ण: निवेदिता कार्की (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), शाहीन गिल (60 किग्रा), रवीना (63 किग्रा), मुस्कान (75 किग्रा)
रजत: प्रियंका (66 किग्रा) और कीर्ति (+81 किग्रा)
कांस्य: रेणु (52 किग्रा), तनीषा लांबा (54 किग्रा), प्राची (57 किग्रा), प्रांजल यादव (70 किग्रा) और स्नेहा (81 किग्रा)।

युवा (पुरुष)

स्वर्ण: विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा) और वंशज (63.5 किग्रा)
रजत: अमन सिंह बिष्ट (+92 किग्रा)
कांस्य: रमन (51 किग्रा), आनंद यादव (54 किग्रा) और दीपक (75 किग्रा)।

जूनियर (लड़कियां)

स्वर्ण: विनी (50 किग्रा), यक्षिका (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा), विधि (57 किग्रा), सृष्टि साठे (63 किग्रा), रुद्रिका (75 किग्रा)
रजत: माही सिवाच (46 किग्रा), पलक जाम्ब्रे (48 किग्रा), सुप्रिया देवी थोकचोम (54 किग्रा), खुशी पूनिया (80 किग्रा) और निर्झरा बाना (+80 किग्रा)
कांस्य: कृशा वर्मा (70 किग्रा)।

जूनियर (लड़के)

स्वर्णः कृष पाल (46 किग्रा), यशवर्धन सिंह (60 किग्रा)
रजतः रवि सैनी (48 किग्रा) और ऋषभ सिंह शिखरवार (80 किग्रा)
कांस्यः जयंत डागर (54 किग्रा), चेतन (57 किग्रा), जैक्सन सिंह लैशराम (70 किग्रा), देव प्रताप सिंह (75 किग्रा) और गौरव म्हस्के (+80 किग्रा)।