एशियाई ओलंपिक परिषद (OCA) ने एशियाई गेम्स के लिए भारतीय कुश्ती टीम के खिलाड़ियों के नाम सौंपने की समयसीमा शनिवार को एक हफ्ते के लिए बढ़ाकर 22 जुलाई कर दी। भारतीय ओलंपिक संघ (OCA) ने एशियाई खेलों के आयोजकों को पहलवानों के नाम भेजने के लिए समयसीमा पांच अगस्त तक बढ़ाने का अनुरोध किया था।
ओसीए ने 23 सितंबर से हांगझोउ में शुरु होने वाले सभी प्रतिभागी देशों के लिए खिलाड़ियों की प्रविष्टियां भेजने के लिए 15 जुलाई की तारीख तय की थी। आईओए की अध्यक्ष पीटी ऊषा, सीनियर उपाध्यक्ष अजय पटेल और संयुक्त सचिव कल्याण चौबे ने बैंकॉक में ओसीए की आमसभा में हिस्सा लिया था, जिसके बाद ओसीए ने ‘असाधारण परिस्थितियों’ के अंतर्गत एक हफ्ते की समयसीमा बढ़ाई।
ओसीए ने एक हफ्ते की समयसीमा ही बढ़ाई
आईओए की तदर्थ समिति के करीबी एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘आईओए अधिकारियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास किया, लेकिन ओसीए ने एक हफ्ते की समयसीमा ही बढ़ाई और वो भी ओसीए ने ‘असाधारण परिस्थितियों’ का हवाला देते हुए बढ़ाई है। इसलिये यह अंतिम तारीख है और हमें पहवलानों के नाम 22 जुलाई तक भेजने होंगे।’’
आईओए ने ओसीए से 10 अगस्त तक ट्रायल्स कराने की अनुमति मांगी थी
पीटी ऊषा ने गुरुवार को समयसीमा बढ़ाने के लिए ओसीए को लिखा था ताकि वे प्रदर्शनकारी छह पहलवानों को एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स के लिए तैयारी का काफी समय दे सकें। इन पहलवानों में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक शामिल हैं। ऊषा के अनुरोध से पहले आईओए ने ओसीए से 10 अगस्त तक ट्रायल्स कराने की अनुमति देने का आग्रह किया था।
पहलवानों को ट्रायल में छूट देने पर हुआ था विवाद
जब आईओए तदर्थ समिति ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लामबंद छह पहलवानों को एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट दी तो बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। छह पहलवानों को बताया गया कि उन्हें खेलों के लिए क्वालिफाई करने के लिए वन बाउट कंप्टीशन में ट्रायल के विजेताओं के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करनी होगी। इस निर्णय की अन्य पहलवानों, उनके कोचों और माता-पिता ने निंदा की थी।