Shiv Keshvan on Wrestlers Protest: भारत के शीर्ष पहलवान बीते लगभग 35 दिन से रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे थे। 28 मई को इन खिलाड़ियों को हिरासत में ले लिया गया था। अंतरराष्ट्रीय रेसलिंग संघ और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक एसोसिएशन ने इसकी कड़ी निंदा की थी। हालांकि भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन की ओर से कुछ नहीं कहा गया था।
शिव केशवन ने किया पहलवानों का समर्थन
अब आईओए के एथलीट कमीशन का हिस्सा और विंटर ओलंपियन शिव केशवन ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात सामने रखी। उन्होंने कहा, ‘मैं आईओए की ओर से कुछ नहीं कह सकता। हालांकि बतौर एक एथलीट और एथलीट कमीशन का हिस्सा होने के नाते मैं यह कह सकता हूं कि यह हमारे खेल इतिहास का काला समय है।’
शिव केशवन ने बाकी खिलाड़ियों से भी किया आवाहन
ओलंपिक पिल से सम्मानित इस खिलाड़ी ने कहा, ‘देश के टॉप खिलाड़ी इस तरह सड़कों पर है। यह दिखाता है कि इस मुद्दे को ठीक तरह सुलझाया नहीं गया। यह सिर्फ रेसलिंग या फिर भारत की कहानी नहीं है।’ केशवन ने आईओए के एक्सक्यूटिव काउंसिल में शामिल बाकी एथलीट्स से भी अपनी जिम्मेदारी उठाने को कहा। उन्होंने कहा, ‘मेरे बाकी साथियों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। अपनी जिम्मेदारी से भागना सही नहीं है।’
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने अपना बयान जारी करते हुए कहा,‘‘कई महीनों से हम भारत में हालात को लेकर चिंतित हैं जहां पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ उत्पीड़न और शोषण के आरोपों को देकर प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों का घटनाक्रम और चिंताजनक है क्योंकि पहलवालों को पुलिस ने प्रदर्शन के कारण अस्थायी तौर पर हिरासत में लिया। उनके प्रदर्शन स्थल को भी खाली करा लिया गया। हम पहलवानों को हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हैं।’’