भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की चल रही जांच में तेजी से घटनाक्रम बदल रहा है। 9 जून की सुबह अंतरराष्ट्रीय रेफरी जगबीर सिंह के बयान के बाद खबर आई कि एक महिला पहलवान को लेकर दिल्ली पुलिस डब्ल्यूएफाई के निवर्तमान अध्यक्ष के आवास पर पहुंची। महिला पहलवान के बृजभूषण के आवास पर पहुंचने के बाद अटलकों का बाजार गर्म है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली पुलिस शुक्रवार को बजरंग पूनिया की पत्नी संगीता फोगाट को बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास पर ले गई ताकि क्राइम सीन रिक्रिएशन किया जा सके, जिसके तहत यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी। फोगाट के साथ महिला कांस्टेबल भी थीं। उधर, एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार बृजभूषण शरण सिंह के घर पर पहले एक पुलिस की गाड़ी पहुंची। इसके थोड़ी देर बाद एक और गाड़ी आई। गाड़ी के शीशे काली फिल्म लगी हुई थी। इसकी वजह से अंदर कौन है यह देख पाना मुश्किल था। गाड़ी घर के अंदर पहुंची तो महिला पहलवान उतरी। वहां 10-15 मिनट गुजारे और वापस निकल जाते हैं। गाड़ी बैक गेट से अंदर घुसी और आगे वाली गेट से बाहर निकली। इसके बाद कयास लगाए जाने लगे कि पुलिस इस तरह क्योंं महिला पहलवान को लेकर बृजभूषण के घर पहुंची है।
जगबीर सिंह ने मीडिया में बृजभूषण के खिलाफ बयान दिया
इससे पहले द इंडियन एक्सप्रेस ने जानकारी दी थी कि एक ओलंपियन, एक कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता रेसलर, एक अंतरराष्ट्रीय रेफरी और एक राज्य स्तरीय कोच ने दिल्ली पुलिस की जांच में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गवाही दी है। उन्होंने तीन महिला पहलवानों के आरोपों की पुष्टि की है। इसके बाद शुक्रवार की सुबह इटरनेशनल रेफरी जगबीर सिंह ने मीडिया में बृजभूषण के खिलाफ बयान दिया।
खेल मंत्री के साथ पहलवानों की बैठक
प्रदर्शनकारी पहलवानों और सरकार के बीच मामले में लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध में बुधवार को खत्म हुआ। पहलवान, ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। इसके बाद वे 15 जून तक अपना विरोध प्रदर्शन रोकने पर सहमत हुए। सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया तबतक दिल्ली पुलिस चार्जशीट दायर करेगी। पहलवानों पर से एफआईआर वापस ले ली जाएगी।
नाबालिग पहलवान के पिता का बयान
इसके बाद नाबालिग पहलवान के पिता ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज कराई थी क्योंकि वह अपनी बेटी के साथ हुई नाइंसाफी से नाराज थे। नाबालिग पहलवान की शिकायत के बाद पोक्सो कानून के तहत जांच चल रही है।