Wrestlers Protest: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को चार्जशीट दायर की है। छह महिला पहलवानों की एफआईआर के बाद पुलिस ने 1500 पन्नों की चार्जशीट दायर की है जिसमें बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण और स्टॉकिंग का आरोप लगा है। इस चार्जशीट पर सुनवाई 22 जून को होगी।

चार्जशीट में शामिल हैं 22 बयान

चार्जशीट में छह में से तीन शिकायतों से जुड़े हुए वीडियो भी शामिल हैं। वहीं बाकी में तस्वीरों को बतौर सबूत पेश किया गया है। 70-80 गवाहों के बयान लिए गए थे जिसमें से 22 को चार्जशीट में शामिल किया गया है। 22 में से 12 से 15 गवाह रेसलर ही हैं। यह वह पहलवान है जो कि डब्ल्यूएफआई के साथ काम कर चुके हैं और कुछ अभी भी कर रहे हैं। वहीं पहलवानों के अलावा इन गवाहों में कोच, रेफरी और टूर्नामेंट्स के दौरान सफर करने वाली बाकी लोग शामिल हैं।

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि चार्जशीट में सभी छह महिलाओं की शिकायत अलग-अलग रखी गई हैं। हर शिकायत से जुड़े हुए वीडियो, फोटो और कॉल रिकॉर्ड के सबूत भी चार्जशीट में शामिल हैं।

फोटो और वीडियो सबूत भी चार्जशीट में शामिल

जिन टूर्नामेंट के दौरान यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं वहां के मेडल सेरेमनी, ग्रुप फोटो और इवेंट के दौरान के एक्शन फोटो चार्जशीट में शामिल हैं। कई लोगों का कहना था कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के ऑफिस में भी महिलाओं के साथ यौन शोषण हुआ था। उस ऑफिस से जुड़े हुए कुछ वीडियो भी सामने आए हैं।

कोर्ट करेगी आखिरी फैसला

इसके साथ-साथ चार मामलों में साल 2012 से लेकर 2018 तक के कॉल रिकॉर्ड भी निकाले गए हैं। कॉल रिकॉर्ड्स को कोर्ट टेक्निकल सबूत के दायरे में रखता है। वहीं पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय रेसलिंग फेडरेशंस से भी मदद मांगी है और उनका जवाब आते ही चार्जशीट में भी उसे शामिल किया जाएगा। अधिकारी का कहना था कि अब सबूतों और सजा को लेकर फैसला करने का काम कोर्ट का है।