संजय सिंह के WFI का चुनाव जीतने के बाद से बृजभूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले पहलवान अपने-अपने तरीके से नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। चुनाव का नतीजा जिस दिन आया उसी दिन साक्षी मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया था। उसके अगले दिन बजरंग पूनिया ने साक्षी मलिक के समर्थन में अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला किया और उन्होंने अपना सम्मान पीएम आवास के बाहर रख दिया। इसी क्रम में एक और पहलवान ने अपना अवॉर्ड लौटाने का ऐलान कर दिया है।

वीरेंद्र सिंह ने किया अवॉर्ड वापसी का ऐलान

भारतीय रेसलर वीरेंद्र सिंह ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला किया है। वीरेंद्र सिंह ने ट्विटर पर इस बात की घोषणा की है। उन्होंने एक पोस्ट के जरिए कहा है, “मैं अपनी बहन और देश की बेटी के सम्मान के लिए पद्मश्री लौटा दूंगा। माननीय प्रधानमंत्री जी मुझे गर्व है अपनी बेटी और अपनी बहन साक्षी मलिक पर।” वीरेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और नीरज चोपड़ा को टैग किया है और कहा है कि देश के सबसे उच्च खिलाड़ी इस पर अपना निर्णय लें। वीरेंद्र सिंह ने डेफलिंपिक में भारत के लिए 3 गोल्ड और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। उन्हें 2021 में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पद्मश्री पुरस्कार मिला था।

बजरंग ने शुक्रवार को लौटाया था सम्मान

वीरेंद्र सिंह का यह पोस्ट बजरंग पूनिया के अवॉर्ड लौटाने के एक दिन बाद आया है। बता दें कि शुक्रवार को बजरंग पूनिया ने पीएम मोदी को लिखा एक खत अपने अवॉर्ड के साथ पीएम आवास के बाहर रख दिया था। बजरंग उस अवॉर्ड और खत के साथ पीएम आवास की तरफ जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद उन्होंने अपना सम्मान और खत वहीं फुटपाथ पर रख दिया और वहां से वह चले गए।

हमारी लड़ाई एक व्यक्ति के खिलाफ- बजरंग

बजरंग ने बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जब महिला पहलवानों को उचित सम्मान नहीं मिलेगा तो मैं भी इस सम्मान हकदार नहीं हूं। हम 40 दिन से सड़क पर थे, लेकिन सरकार ने जो वादे हमसे किए थे वह पूरे नहीं किए। हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि एक व्यक्ति के खिलाफ और मैं न्यायपालिका पर विश्वास करता हूं, लेकिन जो कुछ हो रहा है उससे सिस्टम पर से मेरा भी भरोसा उठ गया है।