प्रत्यूष राज

महिला प्रीमियर लीग की नीलामी से पहले आधिकारिक प्रसारणकर्ता ने ऋचा घोष का एक वीडियो दिखाया। वीडियो में ऋचा घोष ने अपने परिवार के लिए कोलकाता में एक फ्लैट खरीदने के सपने का खुलासा किया। ऋचा घोष ने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि उनके पिता अब काम करें। कुछ घंटों बाद उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) ने नीलामी में 1.9 करोड़ रुपए में खरीद लिया।

मनबेंद्र घोष (Manabendra Ghosh) ने सिलीगुड़ी से द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मैं अपनी भावनाओं को शब्दों से बयां नहीं कर सकता। अभी मेरे दिमाग में बहुत सारे इमोशंस हैं। उस बच्ची ने बहुत कम उम्र से ही बहुत कुछ झेला है और मैं किसी तरह इसके लिए खुद को भी जिम्मेदार मानता हूं।’ मनबेंद्र को अब भी याद है कि कैसे वह सिलीगुड़ी से कोलकाता तक 600 किमी की दूरी ट्रेन से तय करते थे और सस्ते होटल की तलाश करते थे ताकि उनकी बेटी प्रशिक्षण ले सके।

मनबेंद्र घोष ने कहा, ‘पैसा एक मुद्दा था। मैं कोलकाता में किसी को नहीं जानता था, इसलिए मैं सस्ते होटलों की तलाश करता था जहां हम ठहरें। हमारा रोज का रुटीन था। सुबह 7 बजे होटल से निकलना और शाम को लौटना। कोलकाता में मैदान ही हमारा घर था।’ मनबेंद्र घोष ने कहा, हम सिलीगुड़ी नहीं छोड़ेंगे, लेकिन अब पैसे से मैं उसे कोलकाता में एक फ्लैट दिलाऊंगा, ताकि वह वहां रहकर अभ्यास कर पाए।’

मनबेंद्र घोष ने कहा, ‘2013 में, मैंने उसके U-19 ट्रायल्स से पहले उसे बैट दिलाने के लिए कर्ज लिया था। वह उस साल तो नहीं आ चुनी गई, लेकिन एक साल बाद 12 साल की उम्र में ऋचा ने अंडर-19 में डेब्यू किया। वहां से, उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और उसी सीजन में अंडर-23 टीम के लिए खेली। एक साल बाद 13 साल की उम्र में, वह बंगाल की सीनियर टीम के लिए खेली।’

ऋचा घोष को जो परिभाषित करता है वह है उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता और उनका कभी न हार मानने वाला रवैया। मनबेंद्र घोष ने कहा, ‘वह हमेशा मेरे साथ प्रतिस्पर्धा करेगी। वास्तव में, वह मुझे हर समय पीटना चाहती थी। क्रिकेट में, वह मुझसे बेहतर करने की कोशिश करेगी। वह बहुत स्वाभाविक रूप से परिपक्व हुई है। कभी-कभी वह जीवन को लेकर भी सलाह देती है। यह मुझे हैरान करता है।’

रविवार को ऋचा की 20 गेंदों में नाबाद 31 रन की तेजतर्रार पारी ने भारत को महिला टी20 विश्व कप 2023 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच जीतने में मदद की। मनबेंद्र घोष ने कहा, मुझसे मुकाबला करते हुए उसकी ताकतवर हिटिंग भी विकसित हुई। हमारे पास यह साबित करने के लिए हमेशा दोस्ताना झगड़े होते कि कौन अधिक शक्तिशाली हिटर है। संभवत: यहीं से वह उन बड़े शॉट्स को पसंद करने लगी। यह स्वाभाविक रूप से उसके पास आया।

ऋचा के कोच शिब शंकर पॉल का दावा है कि उनकी शिष्या भारत में सबसे क्लीनेस्ट हिटर है और वह अभी शुरुआत कर रही है। शिब शंकर पॉल ने बताया, ऋचा अपनी मर्जी से छक्के मार सकती है। वह बस खड़ी हो सकती है और उसे पार्क से बाहर मार सकती है। उसकी ताकत बहुत स्वाभाविक है। ऋचा के साथ मेरी पहली बातचीत में, वह केवल बड़े शॉट मारना चाहती थी। उसने हर गेंद का सामना किया। बंगाल और भारत के पूर्व मध्यम तेज गेंदबाज शिब शंकर पॉल ने कहा, ‘यदि आप उसे ऐसा करने दें तो वह इसे पूरे दिन कर सकती है।’