World University Games (वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स): लगता है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एलन मस्क के मालिकाना हक वाली टेस्ला कारों में लगे कैमरों से डर गए हैं। यही वजह है कि चीनी शहर चेंगडू के कुछ हिस्सों में इन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार 28 जुलाई 2023 को विश्व विश्वविद्यालय खेलों (World University Games) की शुरुआत करने के लिए चेंगडू शहर का दौरा करेंगे, इसलिए टेस्ला इंक के वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है।
चीन की सरकार को लगता है कि टेस्ला के वाहनों में लगे कैमरे संवेदनशील डाटा एकत्र कर सकते हैं। यही वजह है कि हाल के वर्षों में टेस्ला के वाहनों को चीनी सैन्य और आवास परिसरों में प्रवेश करने से प्रतिबंधित किया जा चुका है। हालांकि सीईओ एलन मस्क ने स्थानीय डाटा नियमों का पालन करने की कसम खाई है, लेकिन स्थानीय अधिकारियों का संदेह जारी है।
सोशल मीडिया से वीडियो क्लिप गायब
ब्लूमबर्ग के अनुसार, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में टेस्ला कार को चेंगडू में एक निश्चित स्थान पर प्रवेश करने से मना कर दिया जाता है। यातायात अधिकारी ने वाहन चालक से कहा कि वह आदेशों का पालन कर रहा है। हालांकि, अब वीडियो क्लिप उपलब्ध नहीं है।
2021 में कोरोना के कारण स्थगित किए गए थे वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स
शी जिनपिंग इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो समेत अन्य नेताओं के साथ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे। टूर्नामेंट का ग्रीष्मकालीन संस्करण आखिरी बार 2019 में इटली के नेपल्स में हुआ था। कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी के कारण इन खेलों को 2021 में स्थगित कर दिया गया था। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारतीय दल 12 खेल स्पर्धाओं में भाग लेगा। ज्योति याराजी, मनु भाकर और ऐश्वर्या प्रताप सिंह प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले भारत के कुछ प्रसिद्ध नामों में से हैं।
चीन की नापाक चाल
इस बीच, चीन की सरकार ने फिर नापाक चाल चली है। अरुणाचल प्रदेश के 3 वुशु खिलाड़ियों को चीनी दूतावास से ‘नत्थी वीजा’ जारी किया गया है। इस कारण विश्व यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लेने वाली पूरी टीम को रोक दिया गया, जबकि अन्य खेलों के खिलाड़ी देश से रवाना हो गए। आठ वुशु खिलाड़ियों और चार टीम अधिकारियों को नई दिल्ली में गुरुवार 27 जुलाई 2023 की तड़के (सुबह 1 बजे) आईजीआई हवाईअड्डे से चीन के लिए रवाना होना था, लेकिन सरकार द्वारा सभी को रुकने के लिए कहा गया।
भारतीय वुशू टीम में 3 खिलाड़ी नेमान वांगसू, ओनिलू टेगा और मेपुंग लामगू अरुणाचल प्रदेश से हैं। भारतीय वुशु संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि एशियाई खेल या ओलंपिक खेलों की तरह किसी भी बहुस्पर्धीय प्रतियोगिता के विपरीत वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए खिलाड़ियों और अधिकारियों का ‘एक्रीडिटेशन’ स्थल पर ही लिया जाना था। उन्हें वीजा के लिए आवेदन करने की जरुरत थी।
अरुणाचल प्रदेश के 3 खिलाड़ियों को ‘नत्थी वीजा’
बीते समय में भी किसी विशेष खेल के एशियाई और विश्व संचालन संस्था के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिताओं में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ियों को ‘नत्थी वीजा’ जारी किया था। पदाधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स जैसा इतना बड़ा खेल आयोजन होने के बावजूद प्रतिभागियों को मेजबान देश के स्थल पर ही अपना ‘एक्रीडिटेशन’ लेना होता है। किसी को भी भारत से रवाना होने से पहले ‘एक्रीडिटेशन’ नहीं मिलता।’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमें वीजा का आवेदन करना था। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजकों ने आमंत्रण भेजा था। उसे वीजा आवेदन में इस्तेमाल किया जाता है। सभी खिलाड़ियों और अधिकारियों को उचित वीजा मिल गया था, लेकिन अरुणाचल प्रदेश के 3 खिलाड़ियों को ‘नत्थी वीजा’ मिला।’
पदाधिकारियों ने बताया, ‘पूरे वुशु दल को यहां रुकने और सरकार से निर्देश का इंतजार करने के लिए कहा गया है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।’ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में वुशु स्पर्धा 29 जुलाई से तीन अगस्त तक होनी है। बीते समय में भी अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ी ‘नत्थी वीजा’ की वजह से चीन में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से महरूम रहे हैं।