पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने सुझाव दिया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB)को भारतीय क्रिकेट से सीख लेनी चाहिए। पाकिस्तान क्रिकेट को खिलाड़ियों का बड़ा पूल बनाना चाहिए। पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल की रेस में बनी हुई है, लेकिन उसका अंतिम 4 में पहुंच पाना काफी मुश्किल है। पाकिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इंग्लैंड को काफी बड़े अंतर से हराना होगा। पाकिस्तान 8 में 4 मैच जीतकर अंक तालिका में 5वें नंबर पर है।

शोएब मलिक ने कहा, ” इस वर्ल्ड कप में भारत ने हर पहलू कवर किया हुआ था। मैं केवल गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग के बारे में बात नहीं कर रहा हूं। खिलाड़ी चोटिल भी हुए, लेकिन उन्होंने अपना प्लान बी तैयार रखा था। आगे बढ़ते हुए खिलाड़ियों का एक पूल होना सबसे महत्वपूर्ण होगा। हर प्रारूप में खिलाड़ियों का समूह है और उन्हें समान मौका मिलना चाहिए, ताकि जब अवसर आए तो वे तैयार रहें। हम रीबिल्डिंग प्रॉसेस में जाते हैं, लेकिन हम अपने निर्णय पर कायम नहीं रहते हैं। हम अपने निर्णय पर लगातार काम नहीं करते हैं।”

मिस्बाह ने उठाया सवाल

शोएब मलिक के साथी पैनलिस्ट और पूर्व साथी मिस्बाह उल हक ने सुझाव दिया कि जब टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही हो तो सुधार के लिए हुई आलोचना न झेल पाने से उन्हें बहुत नुकसान हुआ। मिस्बाह ने कहा, “हर सीरीज जीतने और अच्छे प्रदर्शन के बाद हम सुधार के बारे में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं रहते। मैं केवल खिलाड़ियों के बारे में बात नहीं कर रहा हूं, यह पूरी व्यवस्था की बात है।”

आपको लगातार सुधार की जरूरत होती है

मिस्बाह ने कहा, “जब टीम जीत रही है, अच्छा कर रही है तो आप सवाल क्यों कर रहे हैं। आपको लगातार सुधार की जरूरत होती है, भले ही आप जीत रहे हों। हमें उन बिंदुओं को बताना चाहिए, जहां हम काम कर सकते हैं। अच्छे टूर्नामेंट्स में अच्छी टीमों के खिलाफ खेलने से आपको अपनी स्थिति का बेहतर पता चलता है। जो लोग इसके बारे में बात करेंगे पूरा सिस्टम उनके खिलाफ हो जाएगा।”