विराट कोहली ने साल 2017 की शुरूआत भी उसी धमाकेदार अंदाज में की है, जिस तरह उन्होंने साल 2016 का अंत किया था। उन्होंने पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मैच में 350 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम को शानदार जीत दिलाने में अहम भूमका निभाई। इस मैच में विराट पहली बार पूर्णकालिक कप्तान के तौर पर खेल रहे थे और उन्होंने 105 गेंदों में 122 रनों की मैच जिताने वाली पारी खेली। अपनी इस पारी के दौरान विराट कोहली ने दर्शनीय क्रिकेट खेला। यह विराट कोहली को वनडे मैचों में 27वां शतक था। जिसमें से 17 शतक उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए लगाए हैं। दोनों टीमों के बीच अलगा मैच कटक में खेला जाना है।

उन्होंने बेहतरीन शॉट्स लगाए, विकेट के बीच शानदार दौड़ लगाई, समझदारी दिखाई, साझेदारी निभाई और भारत को एक शानदार जीत दर्ज करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा शॉट खेला जिसकी तुलना महेंद्र सिंह धोनी के श्रीलंका के खिलाफ 2011 वर्ल्डकप फाइनल में खेले गए शॉट से की जा रही है। धोनी ने भी छक्का जड़ा था और कोहली ने भी छक्का ही लगाया। चाहे वो वनडे क्रिकेट हो या टी20 या फिर टेस्ट, विराट कोहली हमेशा कॉपी बुक स्टाइल क्रिकेट खेलने के लिए जाने जाते हैं। टाइमिंग और प्लेसमेंट उनकी बैटिंग सबसे बड़ी खासियत है।

सोमवार को विराट ने अपनी बैटिंग स्टाइल से अलग हटकर एक ऐसा शॉट खेला जिसकी हर कोई प्रशंसा कर रहा है। कोहली ने भारतीय पारी के 34वें ओवर में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स को शानदार अंदाज में छक्का जड़ा। क्रिस वोक्स की शॉर्ट पिच गेंद को विराट कोहली ने शॉर्ट आॅर्म पुल के जरिए सीमा रेखा के पार छह रनों के लिए भेज दिया। अमूमन शॉर्ट आॅर्म पुल के जरिए बल्लेबाज या तो चौका हासिल करते हैं या छक्का भी मारते हैं तो वह बहुत दूर नहीं जाता और बाउंड्री से कुछ फुट बाहर जाकर गिरता है। लेकिन, कोहली के उस शॉट ने बहुत लंबा रास्ता तय किया जैसे उसके पीछे बहुत ताकत लगायी गई हो। कमेंट्री बॉक्स में बैठे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन विराट के इस शॉट को अविश्वसनीय करार देते हुए कहा, ‘मैने इससे पहले ऐसा शॉट नहीं देखा।’