भारतीय मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किलो), दीपक भोरिया (51 किलो) और निशांत देव (71 किग्रा) ने शुक्रवार 12 मई 2023 को ताशकंद में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में भारत का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। दीपक भोरिया को दो बार के कांस्य पदक विजेता फ्रांस के बिलाल बेनामा ने रोमांचक मुकाबले में बंटे हुए फैसले पर 4-3 से हराया। दीपक को 2019 विश्व रजत पदक विजेता अमित पंघाल की जगह टीम में शामिल किया गया था।

मोहम्मद हुसामुद्दीन ने घुटने की चोट के कारण सेमीफाइनल मुकाबले से नाम वापस ले लिया। निजामाबाद के 29 साल के हुसामुद्दीन को बुल्गारिया के जे डियाज इबानेज के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान घुटने में चोट लगी थी। निशांत देव का सेमीफाइनल मुकाबला रिव्यू तक पहुंचा और निर्णायकों ने 2022 एशियाई चैंपियन और 2018 एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबेरगेनोव के पक्ष में फैसला दिया।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की ओर से जारी बयान में कहा, ‘हुसामुद्दीन को चोट के कारण विरोधी को वॉकओवर देना पड़ा। उसे कांस्य पदक से ही संतोष करना होगा। उसे क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान चोट लगी थी और उसे आगे नहीं खेलने की सलाह मिली थी।’ हुसामुद्दीन पहली बार विश्व चैंपियनशिप में खेल रहे थे। उन्हें सेमीफाइनल में क्यूबा के सेडेल होर्टा से खेलना था।’