इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व चैंपियन गुजरात टाइटंस को जल्द ही नया मालिक मिल सकता है क्योंकि भारतीय कारोबारी समूह टोरेंट ग्रुप इस फ्रेंचाइजी में सबसे अधिक हिस्सेदारी खरीदने के करीब है। सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स (इरेलिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड) ने 2021 में इस टीम को खरीदा था। अहमदाबाद स्थित टोरेंट ग्रुप अब उससे टीम में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा।

आईपीएल 2025 से पहले हो जाएगी डील

इस सौदे को आईपीएल संचालन परिषद की अंतिम मंजूरी मिलना बाकी है। यह मंजूरी मिलने के बाद 21 मार्च से शुरू होने वाले टूर्नामेंट से पहले इस फ्रेंचाइजी पर टोरेंट ग्रुप का मालिकाना हक हो जाएगा।

टोरेंट ग्रुप को मिलेगी 67 प्रतिशत की हिस्सेदारी

आईपीएल के एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘टोरेंट समूह द्वारा दो तिहाई स्वामित्व (67 प्रतिशत) हासिल करने के लिए बातचीत अंतिम चरण में है। एकमात्र मालिक के रूप में सीवीसी समूह के लिए लॉक-इन अवधि फरवरी के आखिर में समाप्त हो जाएगी जिसके बाद वे हिस्सेदारी बेचने के लिए स्वतंत्र हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘टोरेंट ग्रुप भारत में फार्मास्युटिकल क्षेत्र में सबसे बड़े नामों में से एक है और 2021 में जब बीसीसीआई ने दो नई टीमों के लिए बोलियां आमंत्रित कीं, तो उन्होंने इसमें काफी दिलचस्पी दिखाई थी। स्वामित्व में किसी भी तरह के बदलाव के लिए बीसीसीआई की मंजूरी लेना जरूरी होता है। इस सौदे को अगले कुछ दिनों में मंजूरी मिलने की उम्मीद है।’

टोरेंट ग्रुप बिसने का टर्नओवर

टोरेंट ग्रुप कई अलग-अलग क्षेत्रों में अपना बिजेनस बनाया है। वह फारमा के अलावा गैस और पावर सेक्टर में भी एक बड़ा नाम है। इस ग्रुप को साल 1959 में उत्तमभाई पटेल ने शुरू किया था। पीटीआई की खबर के मुताबिक साल 2024 में जून तक इस ग्रुप की मार्केट कैपिटलाइजेशन 20 बिलियन डॉलर यानी 1.68 करोड़ रुपए थी। उत्तमभाई के दो बेटे हैं सुधीर और समीर मेहता। दोनों ने इस ग्रुप को आगे बढ़ाया।

मेहता भाईयों की नेटवर्थ

साल 2024 में फॉर्ब्स की लिस्ट के मुताबिक इन भाइयों (समीर और सुधीर) की नेटवर्थ 1 लाख 41 हजार करोड़ रुपए थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुधीर मेहता के बेटे जीनल मेहता आईपीएल का काम संभालेंगे। उन्होंने सिडनी के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलॉजी से बीबीएस (बेचेलर ऑफ बिजनेस स्टडीज) और एमबीए किया है। वह टॉरेंट पॉवर के एमडी हैं।