भारतीय टीम अंडर19 वर्ल्ड कप में लगातार चौथी जीत हासिल की है। टीम ने स्कॉटलैंड के खिलाफ 150 रन जीत हासिल की। भारतीय टीम पहले ही अगले राउंड में अपनी जगह पक्की कर चुकी है। इस मुकाबले में भारत की गोंगाड़ी त्रिशा ने शतक लगाकर इतिहास रचा। इसके साथ ही आयुषी शुक्ला ने भी अपने शानदार गेंदबाजी से सामने वाली टीम को चारो खाने चित्त कर दिया।

भारत की धमाकेदार ओपनिंग

स्कॉटलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारतीय टीम बल्लेबाजी करने उतरी और ओपनर जी कामलिनी और त्रिशा ने जबरदस्त शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 147 रनों की साझेदारी की। कामलिनी 42 गेंदों में 51 रन बनाकर आउट हुईं। उनकी पारी में नौ चौके शामिल थे। उनके आउट होने के बाद त्रिशा जमी रही और आखिरी ओवर तक बल्लेबाजी की।

त्रिशा ने जमाया शानदार शतक

त्रिशा ने 59 गेंदों का सामना किया और 110 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 186.44 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और पारी में 13 चौके और चार छक्के लगाए। त्रिशा इस टूर्नामेंट के इतिहास में शतक लगाने वाली पहली खिलाड़ी हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड की जीई स्क्रिवंस के नाम था। उन्होंने 2023 में आयरलैंड के खिलाफ 93 रन बनाए थे।

भारतीय टीम ने 20 ओवर में केवल एक विकेट खोकर 208 रन बनाए। यह टूर्नामेंट के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। यह रिकॉर्ड भारतीय टीम के ही नाम है। साल 2023 में भारत ने यूनाइटेड अरब एमिरेट्स के खिलाफ 219 रन बनाए थे।

भारतीय टीम ने गेंदबाजी में भी किया कमाल

बल्लेबाजी के बाद भारतीय टीम गेंद से भी स्कॉटलैंड पर हावी नजर आई। उन्होंने महज 14 ओवर में स्कॉटलैंड को 58 ओवर में ही चित्त कर दिया। स्कॉटसैंड की केवल चार ही बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सकी। सबसे ज्यादा रन ओपनिंग बल्लेबाज पीपा कैली और एमा वालसिंघम के बल्ले से निकले। दोनों ने 12-12 रन की पारियां खेली। शतकवीर त्रिशा ने तीन विकेट भी लिए। उनके अलावा आयूषी शुक्ला का भी कमाल दिखा जिन्होंने 3 ओवर में 8 रन देकर 4 विकेट हासिल किए।

कौन है त्रिशा

त्रिशा का जन्म आंद्रप्रदेश के बादचलम गांव में हुआ। जब वह महज दो साल की थी उनके पिता तभी से उन्हें क्रिकेट खिलाते थे। महज नौ साल की उम्र में वह हैदराबाद की अंडर 16 टीम का हिस्सा बनी और फिर अंडर23 भी खेली। त्रिशा अपनी सफलता का श्रेय पिता को ही देती हैं। वह घंटो उनके साथ मेहनत करते हैं जिसका फल अब नजर आ रहा है।