पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक क्रिकेट मैदान पर रन लेने के मामले में हमेशा ही बेहद लेजी रहे हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि इसका कारण इंजमाम का भारी-भरकम शरीर भी रहा। यूं तो इंजमाम वनडे में 40 बार रन आउट हुए हैं लेकिन कई बार उन्होंने विकेटों के बीच रन लेते हुए खुद का विकेट बचाने की मंशा से साथी खिलाड़ी को आउट भी करवाया है। हम आपको ऐसे ही मैच की याद दिलाने जा रहे हैं …
ये मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जा रहा था। पाकिस्तान 108 रन पर 3 विकेट खो चुका था। रॉबिन सिंह की गेंद पर मो. यूसुफ ने शॉट खेला और एक रन के लिए इंजमाम को कॉल की। इंजमाम भी आधी पिच तक दौड़े चले आए लेकिन अचानक रुककर वापस भागने लगे। आलम ये था कि दोनों की बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकिंग छोर की तरफ दौड़ रहे थे। इसी बीच स्टंप पर थ्रो लगी और गेंद छिटक कर दूर चली गई। अब इंजमाम ने मौका देखते हुए स्ट्राइकिंग एंड की तरफ दौड़ना शुरू किया और वहां तक पहुंच भी गए। लेकिन भारतीय टीम ने अंपायर्स को बताया कि वे यूसुफ को रन आउट कर चुके हैं। मामला थर्ड अंपायर तक पहुंचा और लाल बत्ती जल उठी। यूसुफ खुद को कोसते हुए पवेलियन की ओर लौट पड़े।
बता दें कि पाकिस्तान के बेहतरीन कप्तानों में शुमार इंजमाम ने 378 एकदिवसीय मैचों में 39.52 की औसत से 11,739 रन बनाए हैं लेकिन एक बेहद खराब रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है। वो है 40 बार विकेटों के बीच दौड़ते हुए अपना विकेट गंवाने का। हालांकि 83 अर्धशतक और 10 शतक जमा चुके इस बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर 137 (नाबाद) रहा है। इंजमाम ने अपने वनडे करियर में 3 विकेट भी चटकाए हैं।
यहां देखें इंजमाम-उल-हक के कुछ रन आउट :
