हर्षल पटेल वर्तमान में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ डेथ गेंदबाजों में से एक हैं। आईपीएल 2021 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के nfS सफल कार्यकाल के बाद उनका करियर बदल गया। उन्हें टीम इंडिया में मौका मिला। आरसीबी ने हर्षल को आईपीएल 2022 से पहले मेगा ऑक्शन में 10.75 करोड़ रुपये में वापस खरीदा। चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद उनके लिए बोली लगाई। हालांकि; चार साल पहले तक ऐसा नहीं था। दाएं हाथ के इस गेंदबाज के अपने करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखा है।
ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो में गौरव कपूर को हर्षल ने बताया कि उन्हें एक बार बीच आईपीएल में घर वापस भेज दिया गया था। वाक्या साल 2017 का है। वह तब भी आरसीबी का हिस्सा थे। वह उस सीजन चार-पांच मैच खेले थे। इसके बाद उन्हें घर भेज दिया गया था। ऐसा क्यों हुआ था? हर्षल ने खुद बताया।
हर्षल ने कहा, “मैंने 2016 में 5 मैच खेले और उसके बाद कोई मैच नहीं खेला। 2017 फिर वही स्थिति थी। मुझे एक बार घर भी भेजा गया था। यह पहले बहुत हुआ करता था। यदि आप एक खिलाड़ी को रख रहे हैं, तो उसका होटल के कमरे का खर्च और दैनिक भत्ता देना होता है। आपको उसे अभ्यास करने के लिए ले जाना होता। उसकी फ्लाइट टिकट बुक करना होता है। मुझे स्पष्ट रूप से याद है कि क्या हुआ था। अविनाश वैद्य ने मुझे कमरे में बुलाया और उन्होंने कहा, ‘डैन (पूर्व कोच डेनियल विटोरी) आपसे बात करना चाहते हैं। हम रिट्ज-कार्लटन में ठहरे थे। उन्हेंनो मुझे ब्रेकफास्ट वाले एरिया में बुलाया और मुझसे कहा ‘हम आपको कम से कम 4-5 और मैच खेलते हुए नहीं देख रहे हैं, इसलिए हम आपको घर भेज रहे हैं। लेकिन हम आपको वापस बुलाएंगे। यह साफ तौर पर रिजेक्शन था। यानी आप टीम में भी नही हैं। “
हर्षल के पास खोने को कुछ नहीं बचा था ऐसे में पेसर ने एक आखिरी प्रयास किया। आरसीबी के प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने के बाद हर्षल ने लीग चरण के टीम के अंतिम मैच में वापसी की और 43 रन देकर 3 विकेट लिए, जिससे आरसीबी को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 10 रन से जीत मिली।
इसके बारे में बताते हुए हर्षल ने कहा “फिर 4-5 मैचों के बाद आरसीबी बाहर हो गई थी। हम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकते थे। इसलिए मैंने विटोरी को यह कहते हुए मैसेज किया कि ‘मुझे एक मैच में मौका दो’। यह पहली बार था जब मैंने खुद के लिए किसी से कुछ मांगा। उन्होंने मुझे आखिरी मैच के लिए बुलाया। हम कोटला में दिल्ली के खिलाफ खेल रहे थे। मैंने पहला ओवर फेंका जो लगभग 14-15 रन का था। मैंने सोचा ‘पहले ही 15 रन बन चुका चुका है, इससे कितना बुरा हो सकता है?’ फिर मैंने तीन विकेट लिए और टीम मैच जीत गई। मैं उस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच था।”