IND vs ENG Test Series: महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा पिछले सप्ताह जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर के सम्मान में पटौदी ट्रॉफी का नाम बदलकर एंडरसन-तेंदुलकर रखने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

सुनील गावस्कर ने ईसीबी के उस फैसले पर भी अफसोस जताया जिसमें उसने पांच मैच की सीरीज जीतने वाले कप्तान को शाही पटौदी परिवार के सम्मान में पटौदी मेडल देकर पटौदी भावना को बरकरार रखा। पूर्व भारतीय कप्तान ने सवाल उठाया कि अगर सीरीज बराबरी पर खत्म होती है तो मेडल का क्या होगा, मेडल किस टीम के कप्तान को दिया जाएगा।

सुनील गावस्कर का यह सुझाव

सुनील गावस्कर ने अपने मिड-डे कॉलम में लिखा, ‘तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी की घोषणा में यह भी कहा गया था कि सीरीज जीतने वाली टीम के कप्तान को पदक देकर पटौदी परिवार को सम्मान दिया जाएगा। कप्तान को क्यों और अगर सीरीज ड्रॉ हो जाती है तो क्या होगा? इसलिए बेहतर होता कि हर टेस्ट के लिए मैन ऑफ द मैच के लिए पटौदी पदक होता और अंत में प्लेयर ऑफ द सीरीज के लिए पटौदी ट्रॉफी होती। इस तरह, पटौदी परिवार को हर टेस्ट मैच के बाद और इंग्लैंड में सीरीज खत्म होने के बाद भी याद किया जाता। यह सुनना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट प्रेमी इस विषय पर क्या सोचते हैं।’

तेंदुलकर के आगे एंडरसन कहीं नहीं: गावस्कर

सुनील गावस्कर ने ईसीबी की आलोचना करते हुए कहा कि वह तेंदुलकर की उपलब्धियों को समझने में विफल रहा। ईसीबी ने तेंदुलकर की उपलब्धियों के मुकाबले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज एंडरसन की उपलब्धियों को ज्यादा माना। सचिन तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी (34,357) हैं। जेम्स एंडरसन पिछले साल सभी फॉर्मेट्स में 991 विकेट लेकर अब तक के सबसे सफल तेज गेंदबाज के रूप में रिटायर हुए।

सुनील गावस्कर ने लिखा, ‘ईसीबी (इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड) को इस सीरीज को किसी के भी नाम से पुकारने का पूरा हक है, लेकिन अधिकांश भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह चौंकाने वाला है कि एंडरसन का नाम पहले आता है। सचिन तेंदुलकर और कपिल देव न केवल महानतम भारतीय क्रिकेटर हैं, बल्कि एंडरसन से एक दर्जन से अधिक साल सीनियर भी हैं।’

तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी ही लिखें

सुनील गावस्कर ने भारतीय प्रशंसकों और मीडिया से इस श्रृंखला को तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी कहना शुरू करने का आग्रह किया। सुनील गावस्कर ने कहा, ‘जहां तक ​​टेस्ट क्रिकेट में रन और शतकों का सवाल है, वह नंबर एक पर हैं। एकदिवसीय में भी उन्होंने किसी और की तुलना में अधिक रन बनाए हैं। जेम्स एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं और उनका रिकॉर्ड एकदिवसीय क्रिकेट में तेंदुलकर जितना अच्छा नहीं है।’

तेंदुलकर से अच्छा नहीं एंडरसन का रिकॉर्ड

सुनील गावस्कर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जेम्स एंडरसन विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा नहीं थे। अनुभवी तेज गेंदबाज 2010 में इंग्लैंड की टी20 विश्व कप जीत का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘जिमी एंडरसन एक शानदार गेंदबाज थे, लेकिन मुख्य रूप से इंग्लैंड की परिस्थितियों में और विदेश में उनका रिकॉर्ड तेंदुलकर के रिकॉर्ड जितना अच्छा नहीं है।’