कुलदीप यादव को इंग्लैंड दौरे पर चौथे टेस्ट के दौरान मैनचेस्टर में मौका मिलेगा या नहीं इस बहस पर लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन रविवार (13 जुलाई) को विराम लग गया। बल्लेबाजी में गहराई के लिए खेल रहे वाशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंद से कमाल दिखाया। उन्होंने 4 विकेट लिए। उनके इस प्रदर्शन के बाद कुलदीप को प्लेइंग 11 में जगह मिलने की संभावना लगभग समाप्त हो गई। लॉर्ड्स में भारत की जीत या हार से भी फर्क नहीं पड़ेगा। खिलाड़ियों के चोटिल होने पर उन्हें खिलाने पर विचार हो पाएगा।

पहले टेस्ट में भारतीय टीम 5 शतक के बाद भी हार गई थी। कारण था लोअर ऑर्डर का दोनों पारियों में न चलना। इसके बाद गौतम गंभीर अपनी पुरानी रणनीति पर लौटे। बल्लेबाजी में गहराई के लिए वाशिंगटन सुंदर पर भरोसा जताया। बर्मिंघम में सुंदर ने कप्तान शुभमन गिल के साथ 8वें विकेट के 181 रन की साझेदारी की। इससे भारत 587 तक पहुंचने में सफल रहा। भारत ने पहली पारी में 180 रन की बढ़त हासिल की। सुंदर ने 42 और नाबाद 12 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में बेन स्टोक्स का विकेट लिया।

भारत ने 11 रन के अंदर 4 विकेट गंवाए

भारत दूसरा टेस्ट जीता और इसमें सुंदर का उपयोगी योगदान रहा। ऐसे में लॉर्ड्स टेस्ट में भी सुंदर को मौका मिला। तीसरे टेस्ट में सुंदर ने पहली पारी में 23 रन बनाए, लेकिन टेलएंडर्स के साथ उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठे। उन्होंने आकाशदीप और जसप्रीत बुमराह को बचाने की कोशिश नहीं की। भारत ने 11 रन के अंदर 4 विकेट गंवा दिए और बढ़त नहीं ले पाया। पहली पारी में इंग्लैंड के बराबर 387 रन पर आउट हो गया। ऐसे में एक बार फिर सुंदर बनाम कुलदीप की बहस छिड़ गई।

रूट, स्मिथ और स्टोक्स को किया आउट

अगर वाशिंगटन सुंदर ने चौथे दिन बीच के ओवरों में 4 विकेट नहीं लिए होते तो यह बहस और तेज हो जाती। सुंदर ने जो रूट, जेमी स्मिथ और बेन स्टोक्स जैसे अहम विकेट लिए। इसके अलावा शोएब बशीर को आउट करके इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। सुंदर ने चारों बल्लेबाजों को बोल्ड किया। रूट ने 40, स्टोक्स ने 33 और स्मिथ ने 8 रन बनाए। बशीर ने 2 रन बनाए। सुंदर ने 12.1 ओवर में 22 रन देकर 4 विकेट लिए।