भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने कहा कि वह खेल को अलविदा कहने से पहले विश्व रैंकिंग में नंबर वन की पायदान पर काबिज होना चाहती है। उसने कहा,‘‘मैं इस समय दुनिया में छठे स्थान पर हूं और संन्यास लेने से पहले मैं नंबर वन बनना चाहती हूं।’’

वह सीआईआई यंग इंडियंस ‘युवा सम्मेलन’ में बोल रही थी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि युवाओं खासकर लड़कियों में खेल संस्कृति पैदा करने के लिये भारत को लंबा सफर तय करना होगा।

उन्होंने कहा,‘‘लेकिन काफी बदलाव आ गया है। मुझे उम्मीद है कि आगे भी आयेगा जब लड़कियों को खेलों में कैरियर बनाने के लिये कठिन हालात का सामना नहीं करना होगा।’’

सानिया ने कहा कि उसने पैसे या शोहरत के लिये टेनिस को नहीं अपनाया बल्कि यह उसका जुनून था। उसने कहा कि कैरियर की शुरुआत में उसे काफी आलोचना सहनी पड़ी लेकिन वह उनसे पार पाने में कामयाब रही।
जब मैं नहीं खेलती, तभी मेरे बारे में बकवास नहीं लिखा जाता :

मीडिया पर कटाक्ष करते हुए भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने आज कहा कि उनके बारे में तभी ‘बकवास’ नहीं लिखा जाता जब वह नहीं खेल रही होती है। सानिया ने सीआईआई यंग इंडियंस ‘युवा सम्मेलन’ में कहा,‘‘जब मैं खेल नहीं रही होती हूं, तभी अखबार पढ़ती हूं क्योंकि तभी मेरे बारे में बकवास नहीं लिखा जाता।’’

तीन बार की मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सानिया ने कहा कि अपने आत्मविश्वास के दम पर वह यहां तक पहुंची है। उन्होंने कहा,‘‘मुझे नहीं लगता कि इन आलोचकों में से किसी ने कभी क्रिकेट का बल्ला या टेनिस का रैकेट पकड़ा होगा। हैरानी की बात है । आपको बस खुद पर भरोसा रखना जरूरी है।’’