आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर और पूर्व धुरंधर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने टीम का साथ छोड़ दिया है। सहवाग ने शनिवार की शाम अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर अपने इस फैसले की जानकारी दी है। सहवाग ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘सभी अच्छी चीजें एक दिन खत्म हो जाती हैं और मैंने किंग्स इलेवन पंजाब के साथ शानदार वक्त बिताया। इस दौरान 2 सीजन में बतौर खिलाड़ी टीम के साथ रहा और फिर 3 सीजन में बतौर मेंटर टीम के साथ जुड़ा रहा। अब मेरा किंग्स इलेवन पंजाब के साथ मेरा नाता टूट गया है और मैं उस वक्त के लिए सभी का शुक्रगुजार हूं, जो मैंने टीम के साथ बिताया और आगे आने वाले वक्त के लिए टीम को मेरी तरफ से शुभकामनाएं।’

बता दें कि साल 2018 के आईपीएल सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब की मालकिन प्रीति जिंटा और टीम के मेंटर वीरेंद्र सहवाग के बीच झगड़े और मनमुटाव की खबरें मीडिया में आयीं थी। हालांकि उस वक्त प्रीति जिंटा और वीरेंद्र सहवाग दोनों ने ही इन खबरों से इंकार कर दिया था। लेकिन अब वीरेंद्र सहवाग के किंग्स इलेवन पंजाब को छोड़ने के बाद उन खबरों को बल मिला है। बहरहाल बतौर खिलाड़ी और मेंटर वीरेंद्र सहवाग का किंग्स इलेवन पंजाब के साथ वक्त काफी शानदार रहा। खिलाड़ी के तौर पर सहवाग टीम के अहम खिलाड़ी रहे, वहीं मेंटर के तौर पर सहवाग के मार्गदर्शन में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार दिखाई दिया।

साल 2018 के सीजन में टीम ने शानदार शुरुआत की। हालांकि वह इसे टूर्नामेंट के अंत तक बरकरार नहीं रख सके और आईपीएल के खत्म होने तक बुरी तरह से पिछड़ गई। किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने सहवाग के मार्गदर्शन में पहले तो अच्छे खिलाड़ियों का पूल तैयार किया। वेस्टइंडीज के धुरंधर खिलाड़ी क्रिस गेल को जब किसी टीम ने नहीं खरीदा था, तब सहवाग ने उन पर दांव लगाया था और गेल ने टूर्नामेंट के दौरान उनके इस दांव को सही साबित भी कर दिया था। हालांकि शुरुआती मैचों में जीत हासिल करने के बाद टीम बाद में पिछड़ती चली गई और अंत में दिल्ली डेयरडेविल्स के बाद नीचे से दूसरे पायदान पर उनका अभियान खत्म हुआ।