सिर्फ वीरेंद्र सहवाग के प्रशंसक या फॉलोवर्स ही नहीं उनकी ट्वीट को पढ़कर लुत्फ उठाते हैं बल्कि सहवाग खुद भी अपना मनोरंजन करने के लिए खुद का ट्वीट पढ़ते हैं। एक टीवी कार्यक्रम के दौरान आज इस पूर्व धाकड़ बल्लेबाज ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प किस्से बताए। क्रिकेट मैदान पर अपनी बैटिंग से धूम मचाने के बाद के बाद माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर अपने मस्ती वाले ट्वीट्स के जरिए सुर्खियां बटोरने वाले सहवाग ने कहा, ‘सोशल मीडिया एक ऐसा मंच है जहां आप अपने विचार रख सकते हैं और फैंस से भी रूबरू हो सकते हैं। मैंने हमेशा सिर्फ एक चीज पर विश्वास किया है और वो है इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट। जिंदगी में पहले से काफी टेंशन है। अगर आप किसी को खुश कर सकते हैं या उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।’
वीरेंद्र सहवाग की सलाह मानने पर सचिन हो गए थे स्टंपिंग: एक घटना का जिक्र करते हुए सहवाग ने बताया कि इंग्लैंड के स्पिनर एश्ले जाइल्स के खिलाफ उन्होंने एक बार सचिन तेंदुलकर को क्रीज से बाहर निकलकर खेलने की सलाह दी थी और ऐसा करते हुए यह दिग्गज बल्लेबाज स्टंप हो गया जिसके बाद वह चाय के विश्राम के दौरान ड्रेसिंग रूम में नहीं गए और अंपायरों के कमरे में रुके। इसके बाद सचिन ने मुझे बुलाया और कहा कि मैं अपने करियर में एक बार ही स्टंप हुआ और वो भी तुम्हारी वजह से। सहवाग ने ट्विटर पर अपनी इस दिलचस्प पारी के बारे में आगे बताते हुए कहा, ‘लोग काफी सामान्य लिखते हैं तो मैंने सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा लिखना शुरू किया जाए जो लोगों का ध्यान आकर्षित करे। मैं हाल में रणवीर सिंह (बॉलीवुड अभिनेता) से मिला तो उन्होंने भी बताया कि वो देर रात मेरे ट्वीट्स पढ़ते हैं और बिस्तर पर हंस-हंसकर उछलते हैं।’
नवजोत सिंह सिद्धू ने पहचानी थी प्रतिभा: सहवाग ने बताया कि उनके बच्चों से लेकर क्रिकेट के भगवान (सचिन तेंदुलकर) तक ने उनकी तारीफ की है। वीरू ने कहा कि अब वो खुद भी यू-ट्यूब पर अपनी बल्लेबाजी के पुराने वीडियो देखते हैं और अपने ही ट्वीट्स पढ़कर इसका लुत्फ उठाते हैं। वीरू ने कहा, ‘मैंने लोगों का इतना मनोरंजन किया है, मेरा भी हक बनता है। मैंने कई क्रिकेटरों से प्रेरणा ली है और मैं खुद भी उनमें से एक हूं। मैं अपना फेवरेट हूं।’ सहवाग ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू सबसे पहले उनकी प्रतिभा पहचान ली थी। सहवाग ने कहा, ‘मैने सिद्धू से काफी कुछ सीखा है। वो पहले इंसान थे जिसने मेरी तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि मैं नॉर्थ (उत्तर) का तेंदुलकर हूं।’ वीरेंद्र सहवाग और नवजोत सिंह सिद्धू, दोनों का जन्मदिन भी एक ही दिन (20 अक्टूबर) पड़ता है।
