टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है। अपनी प्रतिभा के बूते इस खिलाड़ी ने क्रिकेट में एक नई परिभाषा लिखी है। कई यादगार पल कोहली की जिंदगी का हिस्सा हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोहली के इस लंबे करियर में उनके लिए सबसे सुनहरा और यादगार लम्हा कौन सा है। इसका खुलासा खुद कप्तान कोहली ने 15 जनवरी को एक कार्यक्रम के दौरान किया।

कप्तान कोहली ने बताया कि 2008 में राष्ट्रीय टीम के लिये चुना जाना हमेशा उनके पसंदीदा क्षणों में शुमार रहेगा। कोहली इस समय टेस्ट और वनडे प्रारूप दोनों में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी हैं। उन्होंने ऑडी लांच के एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह क्षण जो मेरे लिये हमेशा विशेष रहेगा, वो भारतीय टीम में चुने जाने का था। मैं अपनी मां के साथ घर पर खबरें देख रहा था, मुझे कहीं से कोई खबर नहीं मिल रही थी और अचानक से मेरा नाम आया तो मुझे पता नहीं चला कि क्या करूं।

कोहली ने बताया कि मैं हैरान हो गया, मुझे पता नहीं चल रहा था कि बैठ जाऊं, खड़ा हो जाऊं, दौड़ने लंगू या फिर कूदने लगूं। मुझे लगता है कि यही ऐसा क्षण रहेगा जो मेरा पसंदीदा पल होगा। कोहली उस साल अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान थे और इसी साल उन्होंने सीनियर टीम में जगह बनायी थी।

जब आप राष्ट्रीय टीम के लिये खेलते हो तो टूर्नामेंट या श्रृंखलायें उपलब्धियां बन जाती हैं। लेकिन आपने जो कड़ी मेहनत की होती है, उसे देखते हुए आठ साल की उम्र से खेलना शुरू करते हुए अपने देश का प्रतिनिधित्व करना, ऐसा अहसास है जिसे आप दोबारा महसूस नहीं कर सकते।

इस शानदार बल्लेबाज ने वनडे में 11,000 से ज्यादा रन जुटाये हैं और टेस्ट में भी 7,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं। उनका खेल के सभी तीनों प्रारूप में औसत 50 से ज्यादा का है। उनके टेस्ट और वनडे प्रारूप में मिलाकर 70 शतक हैं।