महेंद्र सिंह धोनी के ‘फिनिशिंग’ कौशल की लगातार हो रही आलोचना से आजिज आ चुके भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि उनके समेत दूसरों की नाकामियों की अनदेखी करके धोनी को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। धोनी ने दूसरे टी20 में 37 गेंद में 49 रन बनाए थे और विशेषज्ञों ने कहा था कि भारत की हार की एक वजह यह भी रही कि धोनी ने काफी गेंदें खराब की। वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि किसी युवा को टी20 में जगह देनी चाहिए जबकि वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि टीम प्रबंधन को चाहिए कि धोनी को टीम में उनकी भूमिका के बारे में बताए।

कोहली ने कहा, “उनके मैदान पर उतरने के समय रनरेट 8.5 या 9.5 रहता है। विकेट भी वैसा नहीं रहता जैसे नई गेंद के समय रहता है। क्रीज पर जम चुके बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान रहता है। निचले क्रम पर हमेशा मुश्किल होती है। आपको यह सब भी ध्यान में रखना चाहिए।” कोहली ने कहा, ‘‘मुझे समझ में नहीं आ रहा कि उन्हें निशाना क्यों बनाया जा रहा है। यदि बतौर बल्लेबाज मैं तीन बार नाकाम रहता हूं तो कोई मुझ पर उंगली नहीं उठाता क्योंकि मैं 35 बरस का नहीं हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वह अभी भी फिट हैं और सारे टेस्ट पास कर रहे हैं। वह मैदान पर टीम के प्रदर्शन में हरसंभव योगदान दे रहे हैं। श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका प्रदर्शन उम्दा रहा।’’ कोहली ने कहा कि आलोचना करने वालों को यह समझना चाहिए कि धोनी को मैदान पर कितना समय मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस श्रृंखला में उन्हें ज्यादा समय नहीं मिला। आपको समझना चाहिए कि वह किस क्रम पर बल्लेबाजी के लिए उतर रहे हैं।”

विराट ने कहा कि उस मैच में हार्दिक पंड्या भी रन नहीं बना सके तो हम एक आदमी को निशाना कैसे बना सकते हैं। हार्दिक पिछले टी20 मैच में भी जल्दी आउट हो गया था। ऐसे में एक व्यक्ति को बेवजह निशाना बनाना सही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि धोनी के मामले में संयम बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को सब्र से काम लेना होगा। धोनी को पता है कि वह कहां है। वह काफी समझदार हैं और उनके लिए फैसला लेने का अधिकार सिर्फ उन्हीं को है।’’