विराट कोहली और अनुष्का शर्मा अपने खान-पान को लेकर बेहद सजग हैं और लगभग एक दशक से पूरी तरह से शाकाहारी हैं। विराट कोहली मैदान पर शानदार प्रदर्शन का श्रेय अपने खान-पान और जीवनशैली को देते हैं। अनुष्का भी पिछले कुछ समय से स्वच्छ खानपान के फायदों की वकालत कर रही हैं। ऐसा जोड़ा यदि खाने के साथ जश्न मनाना चाहता है तो शेफ के लिए बड़ी चुनौती होती है।

मनोरंजन जगत के सबसे लोकप्रिय शेफ्स में से एक हर्ष दीक्षित ने हाल ही में इस सेलिब्रिटी जोड़े के लिए खाना पकाने के बारे में बात की। हर्ष दीक्षित ने बताया कि उन्हें एक ऐसा व्यंजन बनाना था जिसमें सांप की शराब और सांप के मांस का इस्तेमाल किया गया हो।

हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया से बातचीत में हर्ष ने बताया, ‘दिसंबर 2019 में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी की सालगिरह पर मैंने ‘फो’ बनाया, लेकिन एक ट्विस्ट के साथ। हालांकि, यह जोड़ा शाकाहारी है, जबकि पारंपरिक ‘फो’ मांसाहारी सामग्री से बनाया जाता है। उन्होंने बताया, ‘शोरबे में चिकन और बीफ होता है। लेकिन उस समय वे ग्लूटेन-मुक्त खाना खा रहे थे, इसलिए हमने चावल के नूडल्स बनाए, जो ‘फो’ में पारंपरिक और ग्लूटेन-मुक्त होते हैं।’

‘फो’ वियतनामी व्यंजनों का एक हिस्सा है औरयही बात हर्ष के लिए चुनौती बन गई। हर्ष ने बताया, ‘वियतनामी खाने में सांप का काफी इस्तेमाल होता है, जैसे सांप वाली वाइन, यहां तक कि सांप का मांस भी। तो क्यों न शाकाहारियों को ‘सांप’ परोसा जाए?’ इसके बाद उन्हें ‘सांप लौकी’ को व्यंजन का मुख्य घटक बनाने का विचार आया। उन्होंने कहा, ‘हमारा मकसद डाइट से जुड़ी सीमाओं के भीतर रहकर मजा लेना था। यही तो एक प्राइवेट शेफ होने की असली खूबी है।’

हर्ष दीक्षित ने पूर्व में आईएएनएस के साथ बातचीत में बताया था कि उन्हें डिनर तय होने से कुछ घंटे पहले ही इसकी जानकारी दी गई थी। हर्ष दीक्षित ने बताया, ‘इसके पीछे काफी हलचल रही, क्योंकि मुझे शनिवार को इसके लिए फोन आया और उसी शाम मैंने मेन्यू भेज दिया। उनकी सालगिरह 2019 में गुरुवार को थी और वे इसे बुधवार रात के डिनर के साथ सेलिब्रेट करना चाहते थे। मुझे इसकी पुष्टि बुधवार दोपहर 12:30 बजे ही मिली।’

हर्ष ने बताया कि यह उनके घर पर एक निजी रात्रिभोज था जो पूरी तरह से शाकाहारी था। हर्ष दीक्षित ने बताया, ‘यह पांच-कोर्स का वीगन डिनर था, जो पूरी तरह निजी डाइनिंग अनुभव था। मेरे लिए यह मौका न सिर्फ पेशेवर तौर पर बड़ी उपलब्धि था, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि एथलीट्स के लिए पर्सनलाइज्ड और प्राइवेट डाइनिंग कितनी जरूरी है, क्योंकि वे बाकी लोगों की तरह रेस्तरां में खुलकर आनंद नहीं ले पाते।’