संदीप द्विवेदी/निहाल कोशीपेरिस ओलंपिक में डिस्क्वालिफिकेशन के बाद पूरे देश का दिल टूट गया था। भारत के हाथ आया मेडल फिसल गया। सोशल मीडिया पर फैंस विनेश के लिए संवेदनाएं व्यक्त कर रहे थे। इसके बाद एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें विनेश फोगाट इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा के साथ नजर आ रही थी। इस फोटो ने उस समय फैंस को राहत दी थी। विनेश फोगाट ने अब दावा किया है कि तस्वीर के लिए उन्हें जबरदस्ती बैठाया गया था।

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विनेश फोगाट का दावा- फोटो के समय होश में नहीं थी

विनेश फोगाट ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वह डिस्क्वालिफाई होने के बाद बेहोश गई थी। अस्पताल में भी वह अपने पूरे होश में नहीं थी। तभी उन्हें बताया गया कि पीटी उषा मिलने आने वाली है। विनेश ने कहा, ‘मैं अपने पूरे होश में नहीं थी। मुझे चक्कर आ रहे थे। मुझे उसी हालत में बैठाया गया। यह सब सिर्फ इसलिए ताकी दुनिया को बताया जा सके कि विनेश ठीक है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं था। यह सब बस पल्ला झाड़न जैसा था। उन्होंने मुझे सिर्फ यह कहा कि हम तुम्हारे साथ हैं।’

पीटी उषा से नाराज हैं विनेश फोगाट

विनेश फोगाट पीटी उषा से काफी नाराज हैं। वह पहले भी आईओए अध्यक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगा चुकी हैं। विनेश का कहना था कि उन्हें खेल गांव में आईओए का समर्थन नहीं मिला। उन्होंने कहा था कि पॉलिटिक्स में पर्दे के पीछे और आगे बहुत कुछ होता है और उनके डिस्क्वालिफिकेशन के बाद भी राजनीति हुई है।

विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचा था। वह 50 किलोग्राम वर्ग में उतरी थी। उन्होंने पहले राउंड में वर्ल्ड चैंपियन युई सुसाकी को मात दी थी जो कि अब तक कोई मैच नहीं हारी हैं। इसके बाद उन्होंने फाइनल में भी जगह पक्की की। विनेश फोगाट ऐसा करने वाली देश की पहली महिला रेसलर थीं। हालांकि मुकाबले से ठीक पहले 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगभग 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके अगले ही दिन विनेश फोगाट ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी।