Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने के बाद विनेश फोगाट अपने गांव बलाली पहुंची जहां उनका जमकर स्वागत किया गया। विनेश के स्वागत समारोह में लाखों की तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया। विनेश के सम्मान ने उन्हें गोल्ड मेडल दिया गया साथ ही साथ उन्हें एक तलवार भी भेंट की गई। इसके अलावा उन्हें देसी घी के बने 750 किलोग्राम लड्डू भी दिए गए, लेकिन इन सारी बातों के बीच जिस बात ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा वो थे बलाली गांव के चौकीदार संजय चौकीदार।

संजय चौकीदार ने विनेश को दिए आशीर्वाद के रूप में 100 रुपये

बलाली गांव के कई लोगों ने विनेश फोगाट को इनाम और आशीर्वाद के रूप में अपनी हैसियत के मुताबिक भेंट दिए, लेकिन संजय चौकीदार ने उन्हें 100 रुपये इनाम के रूप में दिए। संजय चौकीदार ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि विनेश मेरी बेटी की तरह हैं और जब मैं रात में पहरेदारी करता था, तो वह अक्सर मुझसे कहती थीं अंकल, आप बहुत बहादुर हैं। अब देखिए, कौन बहादुर निकला? वह दुनिया की सबसे बहादुर लड़की हैं और सबसे मजबूत भी। संजय ये बातें कहते-कहते इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे।

अधिकारों के लिए लड़ती थीं विनेश

इस सम्मान समारोह के मौके पर विनेश फोगाट की पुरानी पड़ोसी धनपति ने बताया कि वो विनेश को बचपन से जानती हैं और वो काफी शरारती थीं। धनपति ने कहा कि विनेश के पिता उनके लिए सबकुछ थे, लेकिन उनके निधन के बाद विनेश अपने परिवार की ढाल बन गईं। बचपन में वह अपनी मां की पशुओं संभालने में मदद करती थी, खेतों में काम करती थीं, यहां तक कि परिवार के अधिकारों के लिए लड़ती थी। मैं चाहती हूँ कि गांव की हर लड़की विनेश जैसी हो। वह सभी को अपने अधिकारों के लिए लड़ना सिखाती हैं।