भारत की पूर्व महिला रेसलर विनेश फोगाट ने कुछ दिन पहले हरियाणा विधान सभा 2024 के चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वो प्रियंका गांधी की वजह से ही पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा ले पाईं थी। उन्होंने इसके लिए मोदी सरकार को श्रेय नहीं दिया था जो खिलाड़ियों के लिए अब देश में हर तरह की सुविधा उपलब्ध करवाने को लेकर प्रतिबद्ध है। विनेश फोगाट ने कभी भी उनकी रेसलिंग करियर में मिली सुविधाओं के लिए मोदी सरकार का नाम नहीं लिया। हालांकि उनके गुरु महावीर फोगाट का विचार विनेश फोगाट से बिल्कुल अलग है।

भारत सरकार खिलाड़ियों पर खर्च करती है करोड़ों रुपये

महावीर फोगाट ने बचपन से ही विनेश को ट्रेनिंग दी थी और अब एएनआई से बात करते हुए उन्होंने खिलाड़ियों की सुविधाओं के बारे में बताया। महावीर फोगाट ने कहा कि देखिए मैं कुश्ती की बात कर रहा हूं। पहले कुश्ती खेलने वाले खिलाड़ी जो इंटरनेशनल लेवल पर या फिर अन्य जगहों पर खेलते थे। खिलाड़ी जो एशियन गेम्स हो या फिर ओलंपिक हो या फिर कोई अन्य प्रतियोगिता हो उसमें उतनी सुविधाएं नहीं मिलती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं है। आज एक-एक प्लेयर के ऊपर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। भारत सरकार खिलाड़ियों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, ये पहले ऐसे नहीं था।

महावीर फोगाट ने आगे कहा कि आज खिलाड़ियों के लिए जो अवॉर्ड राशि है उसे भी सरकार के द्वारा बढ़ाया गया है चाहे वो हरियाणा के खिलाड़ी हों या फिर कहीं अन्य जगह के खिलाड़ी हों। जो खिलाड़ी एशियन गेम्स में लड़ता है उसके लिए भी पैसे बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा भारत सरकार ने जो खिलाड़ी ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करता है उसके लिए भी पैसे बढ़ाए हैं। जैसे मैं द्रोणाचार्च अवार्डी हूं और पहले मुझे 7000 रुपये मिलते थे, लेकिन अब 20,000 रुपये मिलते हैं। मुझे विश्वास है कि आगे भी जो सरकार आएगी वो खिलाड़ियों और खेल पर विशेष ध्यान देगी।