पेरिस ओलंपिक में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट फाइनल में पहुंची और मेडल पक्का किया था। हालांकि वह 100 ग्राम वजन अतिरिक्त होने के कारण डिस्क्वालिफाई हो गई थी। विनेश जब भारत लौटीं तो एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत हुआ था। विनेश अब राजनीति में उतर चुकी हैं। अब उनकी बहन बबीता फोगाट और ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त ने विनेश पर निशाना साधा है। योगेश्वर दत्त ने कहा कि विनेश को पेरिस से लौटकर देश से माफी मांगनी चाहिए थी। वहीं बबीता ने डिस्क्वालिफाई होने के लिए विनेश को ही कसूरवार ठहराया।

एयरपोर्ट पर नहीं होना चाहिए था विनेश फोगाट का स्वागत

बीजेपी नेत योगेश्वर दत्त ने आजतक से बातचीत में कहा कि विनेश फोगाट का पेरिस से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर जो स्वागत किया गया वह गलत था। उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक में डिस्क्वालिफाई होने पर बात करते हैं। पहली बात तो जब कोई खिलाड़ी डिस्क्वालिफाई होता है तो उसे देश से माफी मांगनी चाहिए कि मेरे से गलती हुई, मेरे कारण देश को मेडल का नुकसान हुआ। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री को दोषी ठहराया। इसे साजिश का नाम दिया।’

विनेश फोगाट को मांगनी चाहिए थी माफी

अपनी बात जारी करते हुए योगेश्वर ने कहा, ‘सबको पता है खिलाड़ी का चाहे एक ग्राम कम हो, 50 ग्राम ज्यादा हो या 100 ग्राम ज्यादा हो वह डिस्क्वालिफाई हो जाता है। इसे लेकर गलत माहौल बनाया गया । डिस्क्वालिफाई होने के बाद देश भर में ऐसा माहौल बनाया गया कि विनेश के साथ गलत हुआ। मैं उसकी जगह होता तो मैं माफी मांगता कि मैं अपना वजन नहीं ला पाया हूं, मेरे कारण देश को मेडल खोना पड़ा। यहां तो स्वागत हो रहा है, देश पीएम को गाली दे रहा। गलती पर स्वागत करने की प्रथा शुरू कर दी गई जो कि गलत है।’

बबीता ने भी विनेश को ठहराया जिम्मेदार

बबीता फोगाट ने डिस्क्वालिफाई होने के लिए अपनी चचेरी बहन को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, ‘2012 के अंदर मैं खुद डिस्क्वालिफाई हुई थी। मुझे डिस्क्वालिफाई होने की सजा भारत में भी मिली थी। उस साल जो ओलंपिक ट्रायल हुए थे मैं वह भी खेल नहीं पाई थी। क्योंकि मुझे मालूम था कि वह गलती मेरी थी। मुझे 200 ग्राम से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। यह खिलाड़ी की जिम्मेदारी है, खिलाड़ी को ही वेट मशीन पर खड़ा होना होता है। न तो कोच वहां खड़ा होगा न ही कोई सपोर्टिंग स्टाफ। कोचिंग स्टाफ ने कोशिश की लेकिन आखिर में यही था कि गलती हमारी है।’