भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार दिन पहले अपने अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न पुरस्कार को लौटाने का ऐलान कर चुकीं भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने शनिवार को अपना सम्मान लौटा दिया। विनेश ने अपने पति सोमवीर राठी के साथ अपना अवॉर्ड कर्तव्य पथ पर रख दिया। इस दौरान विनेश फोगाट ने पीएम आवास की ओर जाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोका जिसके बाद उन्होंने अपना सम्मान वहीं सड़क पर ही रख दिया।

26 दिसंबर को ही कर दिया था ऐलान

बता दें कि विनेश फोगाट ने 26 दिसंबर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए ही अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार लौटाने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा था कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद। विनेश से पहले बजरंग पूनिया ने भी पीएम आवास के बाहर अपना पद्मश्री अवार्ड ऐसे ही रखा था।

बजरंग ने भी पीएम आवास के बाहर रखा था पद्मश्री

बजरंग पूनिया ने 22 दिसंबर को अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाया था। उन्होंने भी पीएम आवास की ओर जाने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोका था। इसके बाद उन्होंने अपना सम्मान वहीं सड़क पर रख दिया था। बजरंग पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है।

संजय सिंह की जीत से खफा थे पहलवान

बजरंग के सम्मान लौटाने से पहले साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थी। ये सारा घटनाक्रम कुश्ती संघ के चुनाव में संजय सिंह की जीत के बाद हुआ था। कुश्ती संघ के चुनाव में संजय सिंह ने अनीता श्योरण को मात दी थी। पहलवानों ने इस नतीजे का विरोध किया और बाद में खेल मंत्रालय ने संजय सिंह को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटा दिया।