पेरिस ओलंपिक 2024 में वजन माप में फेल होने के कारण कुश्ती की 50 किलोग्राम इवेंट के फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के अगले दिन भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगट ने संन्यास ले लिया। उनके ताऊ भारतीय कुश्ती के दिग्गज महावीर फोगाट ने कहा है कि वह विनेश को 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए मनाएंगे वहीं साक्षी मलिक ने विनेश के रियाटरमेंट वाले पोस्ट पर रिएक्ट किया और कहा कि ये पूरे भारत देश की हार है।
विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा, “वह इस बार ओलंपिक गोल्ड लाने वाली थीं,लेकिन उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस तरह के झटके के बाद दुख होना स्वाभाविक है और इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया। एक बार जब वह घर वापस आ जाएंगी, तो हम उनसे 2028 ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के बारे में बात करने की कोशिश करेंगे।”
सीएम की एक अच्छी पहल
महावीर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैन के फैसले की सराहना की। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है कि विनेश को ओलंपिक रजत पदक विजेताओं को दिए जाने वाले सम्मान,सुविधाओं और पुरस्कार मिलेगा। महावीर फोगाट ने कहा कि इस तरह के कदम से अन्य लड़कियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा, “यह सीएम की एक अच्छी पहल है। उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि उसे रजत पदक मिला है। यह एक अच्छा कदम है और मैं इसका समर्थन करता हूं। मैं हरियाणा सरकार को धन्यवाद देता हूं। अगर कभी अन्य एथलीटों के साथ ऐसा होता है तो इससे उनका हौसला बढ़ेगा।”
ये पूरे भारत देश की हार है
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ पहलवानों के मोर्चा में विनेश फोगाट के अलावा बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक मुख्य चेहरा थे। साक्षी ने बृजभूषण के करीबी संजय सिंह के डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष बनने के बाद संन्यास का ऐलान कर दिया था। उन्होंने विनेश के संन्यास पर कहा, “विनेश तुम नहीं हारी हर वो बेटी हारी है,जिनके लिए तुम लड़ी और जीती। ये पूरे भारत देश की हार है। देश तुम्हारे साथ है। खिलाड़ी के तौर पे उनके संघर्ष और जज्बे को सलाम।”