पेरिस ओलंपिक में भारतीय फैंस का दिल बुधवार को टूट गया। रेसलर विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया जिसके कारण वह ओलंपिक गोल्ड मेडल मैच नहीं खेल सकीं। इस खबर ने फैंस को बहुत भावुक कर दिया। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि विनेश मेडल के इतने करीब आकर चूक गईं। यह समय विनेश फोगाट के लिए बहुत मुश्किल है। हालांकि विनेश फोगाट के अंदर हिम्मत है और यह उन्हें मिलती है अपनी मां से।
विनेश फोगाट के लिए मां है सबसे बड़ी हिम्मत
विनेश फोगाट की मां सरला देवी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। उन्होंने बहुत कम उम्र में बड़ी मुश्किलें देखीं और बेटी को भी खुद की तरह निडर और बहादुर बताया। विनेश ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि उनकी मां ने परिवार के लिए बहुत दुख झेले।
विनेश की मां को था कैंसर
विनेश ने कहा, ‘मुझे मेरी मां से हिम्मत मिली है। हम दोनों दोस्तों की तरह करीब हैं। हमारा रिश्ता बहुत मजबूत है। हम एक-दूसरे से हर तरह की बातें करते हैं। मैं जानती हूं कि मेरी मां ने मेरे लिए बहुत दुख झेले हैं। मां के संघर्ष में हमें पता ही नहीं चला कि हम कब बड़े हो गए। मेरी पिता की जब मृत्यू हुई तब मेरी मां महज 32 साल की थी। इसके बाद मेरी मां को कैंसर हो गया। कीमोथेरेपी के लिए मां रोहतक चली गई। समाज से लड़-लड़कर मेरी मां मुझे इतना बड़ा पहलवान बनाया।’
