पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट बुधवार (7 अगस्त) को 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में हिस्सा लेंगी। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनने के उनके रास्ते में केवल अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट ही खड़ी हैं। विनेश फोगाट चाहे जो भी पदक जीतें, यह पेरिस ओलंपिक में किसी भारतीय एथलीट का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा, क्योंकि फ्रांस की राजधानी में भारतीय दल ने अब तक केवल तीन कांस्य पदक जीते हैं।
पेरिस ओलंपिक से पहले भी विनेश फोगट इतिहास रच चुकी हैं। विनेश एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। विनेश फोगाट के लिए पेरिस में ओलंपिक पदक जीतने की राह आसान नहीं रही है। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के मोर्चा में विनेश प्रमुख चेहरों में से एक थीं। उन्होंने ओलंपिक पदक जीतने की अपनी लंबी यात्रा में उन्होंने कई अन्य बाधाओं को पार किया है।
रियो 2016 में विनेश फोगाट का ओलंपिक पदार्पण
विनेश फोगट का ओलंपिक में पदार्पण दर्द और आंसुओं से भरा रहा । विनेश को रियो ओलंपिक में पदक की प्रबल दावेदार माना जा रहा था। 2016 में रियो ओलंपिक में उन्होंने सफर की शानदार शुरुआत की। उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 11-0 के स्कोर से जीत हासिल की। क्वार्टर फाइनल में चीन की सुन यानान के खिलाफ उन्हें भयानक चोट लगी।
विनेश की प्रतिद्वंद्वी अनजाने में उनके पैर पर गिर गई, जिससे उन्हें गंभीर चोट लग गई। रोती हुई विनेश फोगट को स्ट्रेचर पर मैट से बाहर ले जाया गया। विनेश को न केवल रियो 2016 से हटने के लिए मजबूर होना पड़ा, बल्कि उन्हें सर्जरी भी करवानी पड़ी। उनकी दाहिने घुटने में एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (ACL) फट गया था। सर्जरी के बाद विनेश के दाहिने एसीएल के फटने के कारण ट्रेनिंग में वापस आने से पहले पांच महीने तक रिहैब करना पड़ा। विनेश फोगट ने 2018 में सर्जरी के बाद वापसी की।
टोक्यो 2021 में विनेश फोगट का दिल टूटा
टोक्यो ओलंपिक में विनेश फोगाट महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के रूप में उतरीं। उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत स्वीडन की सोफिया मैटसन के खिलाफ राउंड ऑफ 16 में जीत के साथ की। सोफिफा ने रियो 2016 में कांस्य पदक जीता था। क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कलादज़िंस्काया से हारने के बाद वह बाहर हो गईं। हार के बाद, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने टोक्यो में उनके आचरण के लिए विनेश के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की। बाद ने उनका निलंबन रद्द कर दिया गया।
विनेश फोगाट को कोहनी की दो सर्जरी करानी पड़ी
2021 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए कुश्ती टीम चुनने के लिए रनेशनल ट्रायल में हिस्सा लेने के दौरान विनेश फोगाट ने बीच में ही अपना नाम वापस ले लिया। कुछ दिनों के बाद उनकी कोहनी की सर्जरी हुई। सर्जरी के बाद विनेश ने अपने सोशल मीडिया पर एक संदेश पोस्ट किया, “कोहनी की सर्जरी हो गई! चाहे मैं कितनी भी बार गिरूं, मैं फिर भी उठूंगी।” उन्होंने 2022 में उस चोट से वापसी की और बेलग्रेड में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक और बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। जून 2023 में उसे कोहनी की एक और सर्जरी करानी पड़ी।
विनेश फोगट को दूसरी बार घुटने की सर्जरी करानी पड़ी
हांगझू में एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए विनेश फोगाट तैयार हो रही थीं, तभी उनके साथ हादसा हुआ। अगस्त में एक ट्रेनिंग सेशन के दौरान उनके बाएं पैर के घुटने में चोट लग गई। यह चोट एंटिरियर क्रूसिएट लिगामेंट के ‘पूरे फटने’ और लेटरल कोलेट्रल लिगामेंट के ‘आंशिक रूप से फटने’ के रूप में सामने आई।
