भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के लिए पेरिस ओलंपिक एक बुरा सपना साबित हुआ। देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने का सपना पूरा करने पेरिस पहुंची विनेश को इन ओलंपिक खेलों में कभी न भूलने वाला दर्द मिला। डिस्क्वालिफाई होने के बाद विनेश ने शुक्रवार को पहली बार दिल की बात सोशल मीडिया पर लिखी। उन्होंने अपने सफर में शामिल सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

महावीर फोगाट का नाम नहीं था शामिल

विनेश की इस पोस्ट में उनके माता-पिता, कोच, फीजियो, डॉक्टर और स्पॉन्सर तक का नाम था। हालांकि इस पोस्ट में ताऊ महावीर फोगाट का नाम शामिल नहीं था। महावीर फोगाट की बेटी गीता फोगाट और दामाद पवन सरोहा इस बात से नाराज हैं। विनेश के पति सोमवीर फोगाट ने इसके पीछे की वजह बताई।

सोमवीर ने नहीं पढ़े रिएक्शन

सोमवीर ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं है कि गीता फोगाट और पवन ने क्या कहा। जनसत्ता.कॉम से बातचीत से उन्होंने कहा, ‘हमने नहीं देखा उन्होंने क्या कहा। विनेश टूटी पड़ी थी। उस समय बस यही था कि जो उसके अंदर भावनाएं थीं वह उसने कही। हम फ्लाइट में थे, नेट बंद पड़ा था। हमने वैसा कुछ नहीं देखा। देखेंगे तो कहेंगे।’

सोमवीर राठी ने बताई वजह

यह पूछे जाने पर कि पोस्ट में महावीर फोगाट का नाम क्यों नहीं था, सोमवीर ने कहा, ‘उसने उस पोस्ट में पेरिस के सफर के बारे में लिखा। जो लोग पेरिस ओलंपिक के लिए उससे जुड़े हुए थे। उसमें और कुछ नहीं था।’

बहन और जीजा हैं विनेश से नाराज

विनेश फोगाट के जीजा और गीता फोगाट के पति पवन सरोहा ने विनेश के पोस्ट पर अपनी रिएक्शन दिया। उन्होंने विनेश का पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि ‘विनेश आपने बहुत ही बढ़िया लिखा है लेकिन शायद आज आप अपने ताऊ जी महावीर फोगाट को भूल गए हैं। जिन्होनें आपकी कुश्ती जीवन को शुरू किया था भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे।’

गीता फोगाट ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘कर्मों का फल सीधा सा है ‘छल का फल छल ‘ आज नहीं तो कल।’ वहीं बबीता फोगाट ने भी बिना नाम लिए लिखा, ‘हर वो कामयाबी हार है, जिसका मकसद सिर्फ हर किसी को नीचा दिखाना है।’