इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने टेस्ट क्रिकेट में 4 साल बाद वापसी करते हुए भले ही 1 विकेट लिया हो, लेकिन रफ्तार के मामले में उनका कोई जवाब नहीं है। लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन (12 जुलाई) लंच के बाद आर्चर ने अपने टेस्ट करियर का सबसे तेज ओवर फेंका। ऐसा लग रहा था कि आर्चर गेंद नहीं गोला फेंक रहे हों। हालांकि, रविंद्र जडेजा और नितीश कुमार रेड्डी ने भारत को झटका नहीं लगने दिया।
इंग्लैंड क्रिकेट ने तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में भारतीय पारी के 73वें ओवर की एक क्लिप शेयर की, जिसमें जोफ्रा आर्चर ने सभी छह गेंदें 90 मील प्रति घंटे से ज्यदा की रफ्तार से गेंद की। सबसे तेज गेंद दूसरी गेंद 93.1 मील प्रति घंटे की यानी 149.8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी गई थी। सबसे धीमी गेंद 90.5 मील प्रति घंटे यानी 145.7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी गई।
गेंद नहीं ‘गोला’ फेंक रहे थे आर्चर
नितीश कुमार रेड्डी और रविंद्र जडेजा ने झटका नहीं लगने दिया, लेकिन वे ज्याजा सहज नहीं दिखे। आर्चर ने पहली गेंद 92.7 मील प्रति घंटे (150 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से की। अगली गेंद उन्होंने 93.1 मील प्रति घंटे (150 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से की। तीसरी गेंद 92 मील प्रति घंटे (149 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से की। चौथी गेंद 90.5 मील प्रति घंटे (146 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से की। पांचवीं गेंद 91.9 मील प्रति घंटे (148 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से की। छठी गेंद 91.4 मील प्रति घंटे (148 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से की।
सीरीज का सबसे तेज ओवर
चार साल के अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए आर्चर ने तीसरे दिन लंच के बाद के सत्र में अपने चार ओवरों के स्पेल में रफ्तार का कहर दिखाया। उनकी औसत गति लगभग 148 किमी प्रति घंटा रही। भारतीय पारी के 71वें ओवर में आर्चर ने 148.18 किमी प्रति घंटा की औसत गति से गेंदबाजी की। यह इस सीरीज का सबसे तेज ओवर रहा। इसके बाद 73वां ओवर (147.94 किमी प्रति घंटा) और 69वां ओवर (145.77 किमी प्रति घंटा) रहा।