वीरेंद्र सहवाग ने किंग्स इलेवन पंजाब की लगातार चौथी हार का ठीकरा ग्लेन मैक्सवेल पर फोड़ा है। भारतीय क्रिकेट टीम के इस पूर्व ओपनर ने ऑस्ट्रेलिया के इसे बैटिंग ऑलराउंडर पर जमकर भड़ास निकाली है। क्रिकबज के साथ बातचीत में सहवाग ने पूछा है कि आखिर मैक्सवेल को कितने मौके चाहिए? सहवाग ने कहा, मैक्सवेल को क्या चाहिए? कैसा प्लेटफॉर्म चाहिए? हैदराबाद के खिलाफ पंजाब के 2 विकेट जल्दी भी गिर गए थे। ओवर ढेर सारे पड़े हुए थे। फिर भी आखिर वे क्यों फ्लाप रहे?

सहवाग ने आगे कहा, पहले के मैचों में भी जब वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आए, जब प्रेशर नहीं था। तब भी वह जल्दी आउट हो जाते हैं। तो मतलब मेरी समझ से बाहर है उनका माइंडसेट। हर साल हम देख रहे हैं कि वह इतने महंगे बिकते हैं नीलामी में, लेकिन हर साल नतीजा एक ही है। फिर भी लोग उनके पीछे भागते हैं। यह मेरी समझ में नहीं आ रहा है। सहवाग को आशंका है कि अगले साल जब नीलामी होगी तो शायद मैक्सवेल की कीमत 10 करोड़ से घटकर एक या दो करोड़ ही रह जाए। सहवाग ने कहा, उनकी बोली कम लगनी भी चाहिए, क्योंकि जैसा उनका प्रदर्शन है वह यही बताता है।

सहवाग ने कहा, मैक्सवेल ने आईपीएल में 2016 में आखिरी बार अर्धशतक लगाया था। यदि वे हैदराबाद के खिलाफ मैच में निकोलस पूरन का साथ देते, सिर्फ खड़े रहते, भले ही रन नहीं बनाते, स्ट्राइक ही रोटेट करते रहते तो पूरन अपने दम पर शायद मैच जिता सकते थे। अंत में ऐसा ही हुआ कि अकेले पड़ गए पूरन। उनको लगा शायद राशिद का ओवर खेल लें। एक ही मौका मिला था उन्हें कट मारने का। वह मारने में बेचारे अनलकी रहे। वह कैच चला गया। वरना अगर उनके साथ कोई बैट्समैन रहता और उन्होंने जो पहली 3-4 गेंदें डॉट खेलीं, उसके जगह वे स्ट्राइक रोटेट करते और आराम से खेलते रहते।

बता दें कि पंजाब ने इस सीजन के लिए मैक्सवेल पर 10.75 करोड़ रुपए का दांव लगाया था। वे इस आईपीएल में दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। हालांकि, उनके अब तक के प्रदर्शन को देखें तो बल्ले और गेंद दोनों से ही अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने इस सीजन अब तक 6 मैचों में कुल 48 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका हाइएस्ट स्कोर 13 रन रहा है। उन्होंने 6 मैचों में 7 ओवर गेंदबाजी की। इसमें उन्होंने 65 रन दिए और सिर्फ एक विकेट ही लिया।