जमैका का दिग्गज धावक उसेन बोल्ट साथी खिलाड़ी की वजह से डोपिंग मामले में फंस गए हैं, जिसके चलते उनसे बीजिंग ओलंपिक में जीता गोल्ड मेडल छीन लिया गया है। दरअसल नेस्टा कार्टर 2008 ओलंपिक में 100 मीटर रिले दौड़ की टीम में थे, जिसमें बोल्ट, माइकल फ्रेटर और असाफा पावेल भी शामिल थे। कार्टर डोप परीक्षण में विफल रहे थे, जिसके बाद टीम का पदक वापस ले लिया गया था। इस टीम ने उस वक्त गोल्ड जीता था। खेल पंचाट का फैसला अगर कार्टर के हक में होता तो बोल्ट के नाम 10 ओलंपिक स्वर्ण पदक हो जाते, जिन्होंने अपने करियर का समापन नौ स्वर्ण पदकों के साथ किया था।
सीएएस पैनल द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि, “बीजिंग ओलिंपिक डोप मामले में परीक्षण परिणामों को अनदेखा किए जाने या कुछ कथित विफलताओं के लिए आईओसी (अनुशासनात्मक) निर्णय को हटाए जाने के मामले में कार्टर द्वारा उठाए गए किसी भी तर्क को स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
इस रेस को जमैकन टीम ने 37.10 सेकेंड में पूरा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। डोप टेस्ट में कार्टर के फेल होने के बाद अब त्रिनिदाद एंड टोबैगो की टीम में ये गोल्ड मेडल दिया जाएगा। वहीं जापान को सिल्वर, जबकि ब्राजील को कांस्य पदक सौंपा जाएगा।