भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव 250 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट ले चुके हैं। उन्होंने 46 टेस्ट में 144 और 75 वनडे में 106 विकेट अपने नाम किए हैं। उन्होंने अब तक सिर्फ 7 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इसमें उनके 9 विकेट हैं। उमेश यादव का करियर औसतन देर से शुरू हुआ है। नागपुर से खेलने से पहले उन्होंने किसी भी स्तर पर बीसीसीआई से संबद्ध कोई भी मैच नहीं खेला था। यही नहीं, उससे पहले वह सिर्फ टेनिस बॉल से ही गेंदबाजी किया करते थे।
क्रिकबज से बातचीत के दौरान उमेश ने इंडिया डेब्यू से पहले की घटनाओं को याद किया। उन्होंने बताया, ‘नागपुर से खेलने के दौरान मैंने 8 विकेट लिए। तो सेलेक्टर्स ने कहा कि इसे कैंप के लिए बुलाओ। करीब 20-21 साल की उम्र में पहली बार विदर्भ के लिए कैंप करने का मौका मिला। मैं जब मैदान पर पहुंचा तो कोच ने मेरे पैरों में जूते देखे। मैंने स्पोर्ट्स शू पहन रखे थे। उन्होंने पूछा स्पाइक्स कहां हैं। मैंने कहा मेरे पास तो यही हैं। यह सुनते ही वह बिल्कुल आग बबूला हो गए।’
उमेश ने बताया, जिंदगी का वह दिन मैं आज तक नहीं भूला हूं। उस दिन लगा था कि क्रिकेट छोड़ दूं। कोच ने इतनी बेरुखी से बोला कि जूते नहीं तो ऐसी ही बॉलिंग करने आ गए। पता नहीं था कि स्पाइक्स होने चाहिए। ये चाहिए वो चाहिए। उन्होंने दूसरों की ओर देखते हुए कहा कि किसी को भी यार बुला ले लेते हो। भेज देते हो उसको पता ही नहीं स्पाइक्स क्या है। बोले आप जाओ यहां से। उस दिन इतना खराब लगा था कि मैंने सोचा कि मैं छोड़ देता हूं, लेकिन दोस्तों ने समझाया। फिर मैंने काफी सोचा और फिर खुद को तैयार किया।
बातचीत के दौरान उमेश ने दलीप ट्रॉफी के दिनों को भी याद किया। कहा, कभी नहीं सोचा था कि राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी करूंगा। उमेश ने डेब्यू से पहले दलीप ट्रॉफी में दक्षिण क्षेत्र के लिए खेलते हुए द्रविड़ और लक्ष्मण के खिलाफ गेंदबाजी की थी। उन्होंने इस मैच में इन दो दिग्गज बल्लेबाजों के विकेट समेत 5 विकेट झटके थे।

