दो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत चुके जमैका के योहान ब्लैक का क्रिकेट से लगाव जगजाहिर है। वे क्रिकेट से इतना प्यार करते हैं कि सचिन तेंदुलकर से मिलकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने की इच्छा भी जता चुके हैं। वे अपने बेटे का भी करियर का ट्रैक एंड फील्ड में नहीं बल्कि क्रिकेट के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। हालांकि, वे भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी के मुरीद हैं। योहान ब्लैक इन भारत यात्रा पर हैं। वे रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के प्रमोशन के सिलसिले में यहां आए हैं। शनिवार को इंडियन एक्सप्रेस के मुंबई स्थित कार्यालय आए। वहां उन्होंने क्रिकेट, क्रिकेटरों और एथलेटिक्स को लेकर खुलकर बातचीत की।

बातचीत में योहान ब्लैक (Yohan Blake) ने बताया, ‘वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी मेरे आदर्श हैं। बीते वर्षों में मैंने लक्ष्मण, द्रविड़ और सहवाग को बल्लेबाजी करते देखा। उनके अंदर बहुत संयम (patience) था। क्रिकेट में आप एक समय पर नीचे जाते हैं और फिर दोबारा टॉप पर पहुंचने की कोशिश करते हैं।’

यह पूछने पर क्या कि खिलाड़ी खुद को देश की राजनीति और ऐसी चीजों से अलग रख सकते हैं। ब्लैक ने कहा, ‘विराट कोहली जैसा खिलाड़ी भारत में बहुत प्रभावशाली है। अगर कुछ गलत हो और उस पर कोहली कुछ कहें तो उसका असर होगा। अगर आपके कहने से कुछ बदलाव आता है तो आपको वह करना चाहिए।’ उसेन बोल्ट (Usain Bolt) के बाद योहान ब्लैक दुनिया के सबसे तेज धावक हैं। यह अलग बात है कि उसेन बोल्ट के चलते उन्हें उतनी प्रसिद्ध नहीं मिल पाई, जिसके वे हकदार थे।

योहान एक तरह से बोल्ट की छाया में ही रहे। इस संबंध में पूछने पर ब्लैक ने कहा, ‘सचिन तेंदुलकर के रहते वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ कभी उस तरह से स्टार नहीं बन पाए, जो उनका कद था। अगर आज चेतेश्वर पुजारा 100 रन बनाते हैं और विराट कोहली 200 तो अहमियत कोहली को मिलेगी। आपको सबसे बेहतर बनना होगा। मुझे बोल्ट की छाया से बाहर निकलने के लिए उनसे बेहतर दौड़ना था जो आसान नहीं था।’

ब्लैक ने माना कि क्रिकेट से ज्यादा मुश्किल खेल ट्रैक एंड फील्ड इवेंट है। उन्होंने बताया, ‘हमें हर रोज अभ्यास करना होता है। क्रिकेटर शायद हमारे अभ्यास का आधा भी नहीं करते हैं। हम ट्रेनिंग करते हैं, उल्टियां करते हैं और फिर ट्रेनिंग करने लगते हैं। ट्रैक एंड फील्ड काफी मुश्किल है। मैं 400 मिनट तक बल्लेबाजी कर सकता हूं, लेकिन एथलेटिक्स में मेरे पास सिर्फ एक मौका होता है। मैं अपने बेटे को ट्रैक एंड फील्ड नहीं क्रिकेट खेलते देखना चाहूंगा।’

योहान ब्लैक ओलंपिक में दो गोल्ड मेडल के अलावा दो रजत पदक पर भी कब्जा जमा चुके हैं। उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में 100 मीटर और 200 मीटर की रेस में रजत पदक जीता था। इसके अलावा वे ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप, वर्ल्ड रिले, कॉमनवेल्थ गेम्स समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 17 गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं। इसके अलावा 4 सिलवर और 5 ब्रॉन्ज मेडल भी जीतने में सफल रहे हैं।

योहान ब्लैक वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे कम उम्र में गोल्ड मेडल जीतने वाले स्प्रिंटर हैं। उन्होंने 2011 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 100 मीटर रेस में यह उपलब्धि अपने नाम की थी। पिछले साल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्लैक 100 मीटर में ब्रॉन्ज मेडल ही जीत पाए थे। ब्लैक ओलंपिक में भले ही दो गोल्ड मेडल जीत चुके हैं, लेकिन इंडिविजुअल इवेंट में गोल्ड जीतने का उनका सपना अब भी अधूरा है।