श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और कोच नुवान जोयसा को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भ्रष्टाचार से जुड़ी गतिविधियों का दोषी पाया गया है। जोयसा को आईसीसी एंटी-करप्शन कोड के तहत तीन अपराधों का दोषी पाया गया है। जोयसा पर आईसीसी एंटी करप्शन कोड के तहत नवंबर 2018 में आरोप लगाए गए थे और ट्रिब्यूनल के समक्ष सुनवाई के अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के बाद उन्हें सभी आरोपों में दोषी पाया गया था।
जोयसा को 2 साल पहले नवंबर 2018 में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया था। इस दौरान उन पर 3 आरोप लगे थे, जिस पर जोयसा ने स्वतंत्र ट्राइब्यूनल से सुनवाई की मांग की थी। सुनवाई में तीनों आरोप सही पाए गए है। आईसीसी की प्रेस रिलीज के मुताबिक, श्रीलंका के पूर्व गेंदबाजी पर मैच के नतीजे, उसकी स्थिति प्रभावित करने से लेकर खिलाड़ियों को भ्रष्ट गतिविधियों का हिस्सा बनने के लिए उकसाने जैसे गंभीर आरोप लगे थे।
जोयसा पर आईसीसी एंटी करप्शन कोड की अलग-अलग धाराओं के तहत आरोप लग थे, जिसकी सुनवाई के बाद उन्हें दोषी पाया गया है। जोयसा को
2.1.1- किसी मैच के नतीजे, उसकी प्रगति या अन्य पहलुओं को फिक्स करने या उनको प्रभावित करने की कोशिश करना या ऐसी किसी कोशिश का हिस्सा होना।
2.1.4- प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर मैच में शामिल खिलाड़ियों को एंटी करप्शन कोड के आर्टिकल 2.1 का उल्लंघन करने के लिए उकसाना या भड़काना या फंसाना।
2.4.4- भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने के लिए किए गए किसी भी तरह के संपर्क से जुड़े किसी भी संपर्क की पूरी जानकारी न देना।
यह पहली बार नहीं है जब किसी श्रीलंकाई खिलाड़ी का नाम भष्टाचार के मामले में आया है। इससे पहले पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या को भी दोषी पाया गया था। आईसीसी ने उनपर कार्रवाई करते हुए उनको आईसीसी के जुड़े किसी भी काम में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया था। बता दें श्रीलका के लिए 95 वनडे और 30 टेस्ट खेलने वाले जोयसा ने वनडे में 108 जबकि टेस्ट में 64 विकेट हासिल किए हैं।